भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच गुवाहाटी में दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा व अंतिम मुकाबला खेला जा रहा है. पहली पारी में मेहमान टीम ने 489 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया है. इस बीच एबीपी लाइव से खास बातचीत में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने एबीपी को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अगर भारतीय टीम गुवाहाटी टेस्ट हार जाती है तो फिर गौतम गंभीर रेड बॉल फॉर्मेट यानी टेस्ट क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच नहीं रहेंगे. 

Continues below advertisement

पिच को लेकर बासित अली ने एबीपी से बातचीत में कहा, "आप पहले स्पिन ट्रैक बनाकर न्यूजीलैंड से तीन टेस्ट हारे. पिच ऐसी बननी चाहिए, जिसमें टेस्ट मैच का फैसला चार दिन में हो. यह गलत है. भारत में पहले ऐसी पिचें नहीं बनती थीं. पहले चौथे और पांचवें दिन गेंद ब्रेक होता था, लेकिन अब पहले घंटे से ही गेंद ब्रेक होने लगती है. इस तरह की पिच बनाने से पता चलता है कि गौतम गंभीर को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने की जल्दी है. ऐसी पिचों पर टॉस काफी अहम होता है. ऐसी पिचों पर चौथी पारी में बैटिंग आसान नहीं होती है. पहले टेस्ट मैच में यही हुआ था."

बासित अली ने यशस्वी जायसवाल को ट्रेविस हेड की तरह बैटिंग करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि गुवाहाटी टेस्ट में जायसवाल को वैसी बैटिंग करनी चाहिए, जैसी पर्थ में हेड ने की. तभी टीम इंडिया इस टेस्ट में वापसी करेगी और भारत सीरीज में बराबरी करेगा. 

Continues below advertisement

पहली पारी में वाशिंगटन सुंदर विकेट नहीं ले सके. जडेजा को 2 विकेट मिले, लेकिन वह ज्यादा असरदार नहीं दिखे. इन दोनों को लेकर बासित अली ने कहा, "जडेजा उस पिच अच्छी गेंद करेगा और विकेट लेगा जहां गेंद ब्रेक करेगा. जहां गेंद कम ब्रेक होता है, वहां गेंद हवा में रखने वाला स्पिनर कामयाब होता है, जैसे कुलदीप यादव. मेरे हिसाब से दक्षिण अफ्रीका जब दूसरी पारी खेलेगा, तब जडेजा का रोल आपको असर आएगा. वहीं सुंदर कंटेनर है. सुंदर को जब बैट्समैन शॉट खेलना जाएगा, तभी उसे विकेट मिलेगा."

बासित अली आगे कहते हैं, "अगर गौतम गंभीर यह वाला दूसरा टेस्ट मैच नहीं जीत पाया तो वह टेस्ट क्रिकेट में कोच नहीं रहेगा. जिस तरह की बातें हो रही हैं, इससे यह साफ है कि गौतम गुवाहाटी टेस्ट हारने पर रेड बॉल क्रिकेट में कोच नहीं रहेंगे."