क्रिकेट में अक्सर कहा जाता है कि यहां रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं. लेकिन आज हम आपको क्रिकेट के कुछ ऐसे रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका टूटना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. चलिए जानते हैं उन रिकॉर्ड के बारे में..


1.विल्फ्रेड रोड्स ने 52 साल की उम्र में लिया संन्यास
वर्तमान समय में फिटनेस को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसे में सभी टीमों के खिलाड़ी फिटनेस पर खासा ध्यान देते हैं. सभी क्रिकेटर्स लगभग 40 की उम्र तक क्रिकेट से संन्यास ले लेते हैं या फिर सिलेक्टर ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देते हैं. हालांकि ब्रैड हॉग और मिस्बाह-उल-हक जैसे अपवाद खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें अधिक उम्र तक खेलने का मौका मिला. लेकिन 52 की उम्र तक खेलना पूरी तरह से असंभव लगता है. लेकिन विल्फ्रेड रोड्स ने ऐसा कमाल किया. वह आज तक टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 52 साल की उम्र में खेला था. किसी के लिए भी अपनी फिटनेस को 52 साल तक बनाए रखना बहुत कठिन होगा. लेकिन विल्फ्रेड रोड्स ने ऐसा करिश्मा किया.


2.सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतक


सचिन तेंदुलकर को दुनिया के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है. सचिन तेंदुलकर के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं. उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ना भी बेहद मुश्किल नजर आता है. लेकिन यदि कोई ऐसा करता भी है तो वह सचिन के बाद ऐसा करने वाला दूसरा खिलाड़ी होगा. लेकिन सचिन पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जो 100 अंतरराष्ट्रीय शतक
 तक पहुंचे हैं. ऐसे में उनका ये रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ पाएगा. वह हमेशा ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी बने रहेंगे.


3.जिम लेकर के मैच के आंकड़े 19/90


साल 1956 था, जब इंग्लैंड के गेंदबाज जिम लेकर ने अपनी घातक गेंदबाजी से कमाल का प्रदर्शन किया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक गेंदबाज द्वारा आउट होने वाली पहली टीम होने के लिए शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. जिम लेकर ने अपनी ऑफ स्पिन से बल्लेबाजों को चौंका दिया. जिम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में नौ विकेट चटकाए. हालांकि वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने दूसरी पारी में सभी दस विकेट लेकर अपना जादू जारी रखा.  एक टेस्ट में 19 विकेट इस युग में लगभग असंभव कार्य है. इस उपलब्धि को पार करने के लिए एक कठिन प्रयास की आवश्यकता होगी.


4.सर डॉन ब्रैडमैन का 99.94 का औसत
सर डॉन ब्रैडमैन दुनिया के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक रहे. उन्हें हमेशा उनके शानदार बल्लेबाजी औसत के लिए याद किया जाएगा, जो 52 टेस्ट में 99.94 है. उनके इस औसत के करीब आना भी बेहद मुश्किल दिखता है. प्रति पारी लगभग सौ रन का औसत होना अपने आप में शानदार है.


5.सबसे लंबा टेस्ट मैच


यह सबसे अनोखे क्रिकेट रिकॉर्ड्स में से एक है. जिसे अब दोहराया जाना असंभव है. यह मैच साल 1939 में डरबन में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच हुआ था. 3 मार्च से शुरू होकर 14 मार्च तक चलने वाला यह सबसे लंबा टेस्ट मैच है. 


6.सबसे अधिक फर्स्ट क्लास शतक


यह इस समय के सबसे कठिन क्रिकेट रिकॉर्डों में से एक है जिसे तोड़ना या उसके करीब भी पहुंचना मुश्किल दिखता है. सर जैक हॉब्स ने 50.70 की औसत से 199 प्रथम श्रेणी शतक बनाने का गौरव हासिल किया है. 


7. सबसे ज्यादा बार रन आउट


यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो शायद ही कोई अपने नाम करना चाहेगा. श्रीलंका के पूर्व सलामी बल्लेबाज, मारवन अटापट्टू देश के सबसे शानदार क्रिकेटरों में से माने जाते हैं. लेकिन वह अपने करियर के दौरान वनडे मैचों में 41 बार रन आउट हुए.


8. प्रथम श्रेणी करियर में सर्वाधिक विकेट
यह वास्तव में एक अद्भुत रिकॉर्ड है. कोई भी इस रिकॉर्ड के करीब तक नहीं पहुंचा है. विल्फ्रेड रोड्स ने 1000 से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेले और 32 साल के करियर में 39,969 रन बनाने के साथ-साथ 4,204 विकेट लिए. उनका ये रिकॉर्ड शायद ही कोई तोड़ पाए.


9. एक ओवर में सबसे ज्यादा डिलीवरी


क्रिकेट का ऐसा रिकॉर्ड शायद ही कोई गेंदबाज इसे अपने नाम करना चाहे. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद सामी ने बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 17 गेंदों का सबसे लंबा ओवर किया. उन्होंने सात वाइड और 4 नो बॉल फेंकी और उसमें 22 रन दिए. 


10. टेस्ट क्रिकेट में सबसे धीमा अर्धशतक


टेस्ट क्रिकेट आधुनिक खेलों में धीमे खेलों में से एक है. खिलाड़ी अपना समय पिच का आकलन करने के बाद अपने स्ट्रोक खेलते हैं. इसी तर्ज पर मिलते हैं ट्रेवर बेली से. इंग्लैंड के इस अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने 350 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था. उन्होंने 427 गेंदों में 68 रन बनाए थे.