चेतेश्वर पुजारा ने 24 अगस्त, 2025 के दिन अपने क्रिकेट करियर को विराम दे दिया है. वो भारतीय क्रिकेट में टेस्ट क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी के रूप में याद रखे जाएंगे. अब उन्होंने अपने संन्यास पर चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए उन्होंने बताया कि सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों के साथ खेलना उनके लिए सम्मान की बात रही.
PTI से बात करते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा, "मैंने जब साल 2010 में माही भाई की कप्तानी में अपना डेब्यू किया, वह मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा था क्योंकि उस वक्त टीम में कई सारे महान खिलाड़ी हुआ करते थे. राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, गौतम गंभीर, वीवीएस लक्ष्मण समेत कई अन्य दिग्गज भी उस टीम में थे. हरभजन सिंह, जहीर खान जैसे दिग्गजों को देख मैं बड़ा हुआ था, इसलिए वह मेरे क्रिकेट करियर के सबसे गौरवपूर्ण लम्हों में से एक रहा."
चेतेश्वर पुजारा ने साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु में अपना इंटरनेशनल क्रिकेट डेब्यू किया था. उस मैच की पहली पारी में पुजारा नंबर-5 पर बैटिंग करने आए, जहां वो सिर्फ 5 रन बना पाए. वहीं दूसरी पारी में उन्हें तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी का मौका मिला, इस बार उन्होंने 72 रनों की पारी खेल भारत को 7 विकेट से जीत दिलाने में अहम योगदान दिया था.