BCCI New Central Contracts: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अनुबंधित खिलाड़ियों की इस बार सैलरी में बढ़ोतरी करने का विचार कर रहा है, जिसमें बोर्ड 10 से 20 प्रतिशत तक इसे बढ़ा सकता है. आईपीएल और महिला प्रीमियर लीग के मीडिया अधिकारों से हुई बोर्ड की बंपर कमाई के बाद बीसीसीआई इसका लाभ भारतीय खिलाड़ियों को भी दे सकता है. टीम इंडिया के खिलाड़ियों को सालाना अनुबंध के तहत बोर्ड से मिलने वाले वेतन में साल 2107 के बाद से किसी तरह की वृद्धि नहीं की गई है.
5 साल बीत जाने के बाद अब बोर्ड इसमें बड़ी बढ़ोतरी कर सकता है. फरवरी महीने में ही सालाना अनुबंध को लेकर इसका एलान बोर्ड की तरफ से किया जा सकता है. इस बार शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव को सालाना अनुबंध में प्रमोट भी किया जा सकता है, साथ ही ईशान किशन और संजू सैमसन भी इस बार अनुबंधित खिलाड़ियों में शामिल किए जा सकते हैं.
अनुबंध को लेकर एक सीनियर बीसीसीआई ऑफिशियल ने इनसाइड स्पोर्ट्स को दिए अपने बयान में कहा, "जी हां अनुबंध को लेकर चर्चा चल रही है और हम प्रत्येक 5 साल में अनुबंधित खिलाड़ियों के वेतन में बढ़ोतरी करते हैं. हमारे खिलाड़ियों का भी वेतन बढ़ाया जा रहा है. लगातार काफी सारी क्रिकेट होने की वजह से मुझे लगता है खिलाड़ी इसके हकदार है. लेकिन इसका फैसला सभी की सहमति मिलने के बाद लिया जाएगा. लेकिन यदि आप इंग्लैंड के खिलाड़ियों की सैलरी से इसकी तुलना करेंगे तो हमारे खिलाड़ियों को अभी भी उनसे ज्यादा मैच फीस मिल रही है."
वहीं उन्होंने आगे कहा कि जी हां इस बार अनुबंध को लेकर घोषणा होने में थोड़ी देर हुई है. इसकी वजह चुनाव और उसके बाद नई चयन समिति के आने की वजह से हुई है. इसको लेकर अंतिम फैसला लगभग लिया जा चुका है, जिसका एलान इस महीने नहीं तो अगले महीने कर दिया जाएगा.
इस बार इन खिलाड़ियों को दिखाया जा सकता है अनुबंध से बाहर का रास्ता
भारतीय खिलाड़ियों के अनुबंध की श्रेणी को लेकर बात की जाए तो उसमें सभी फॉर्मेट में खेलने वाले कुछ खिलाड़ियों को ग्रेड-ए प्लस में शामिल किया जाता है जिनको सालाना 7 करोड़ रुपए बोर्ड की तरफ से मिलते है. वहीं इसके अलावा तीन अन्य ग्रेड भी हैं जो 5 करोड़ रुपए, 3 करोड़ रुपए और 1 करोड़ रुपए के हैं.
इस बार जहां नए सालाना अनुबंध में सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, शुभमन गिल सहित कुछ नए खिलाड़ियों को लाभ मिल सकता है. वहीं कुछ दिग्गज खिलाड़ियों को बोर्ड अपने सालाना अनुबंध से बाहर का रास्ता दिखा सकता है इसमें अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है.
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