दिल्ली के क्षितिज शर्मा को रणजी ट्रॉफी टीम में शामिल कर अरुणाचल प्रदेश की टीम जांच के दायरे में आ गई है. अरुणाचल प्रदेश को पहली बार रणजी ट्रॉफी में शामिल किया है. ऐसे में डेब्यू से पहले ही टीम को यह बताने के लिए जूझना पड़ा है कि उसने अधिक अनुभवी घरेलू क्रिकेटरों पर क्षितिज शर्मा को तरजीह क्यों दी.


अरुणाचल क्रिकेट संघ (एसीए) ने अपने डेब्यू सीजन में लिए क्षितिज शर्मा को टीम में शामिल किया है जबकि शुरुआती तीन खिलाड़ियों की सूची में उनका नाम नहीं था. इन तीन खिलाड़ियों में से एक को अब बाहर कर दिया गया है.


चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी क्षितिज को 20 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा था जबकि वह राष्ट्रीय एकदिवसीय प्रतियोगिता विजय हजारे ट्रॉफी के कुछ मैचों में बुरी तरह विफल रहे थे. क्षितिज को आईपीएल में सीएसके की ओर से कोई मैच खेलने को नहीं मिला.


क्षितिज ने दो लिस्ट ए मैचों में छह रन बनाए हैं जबकि 11 टी-20 मैचों में वह 13 .87 की औसत और 100 से कम के स्ट्राइक रेट से 111 रन ही बना पाए हैं.


एसीए ने शुरू में समर्थ सेठ, अपरामय विनय जायसवाल और उत्सव पंकज मदान के नाम पंजीकृत कराए थे. ये तीनों जूनियर खिलाड़ी हैं जो रणजी ट्रॉफी के अलावा सीके नायुडू ट्रॉफी के लिए अंडर 23 टीम में भी खेल सकते हैं.


हालांकि बीसीसीआई की क्रिकेट संचालन टीम उस समय हैरान रह गई जब एसीए ने 27 अगस्त को एक खिलाड़ी को बदलने के लिए ईमेल भेजा. क्रिकेट संचालन टीम ने इसके बाद एसीए को क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम से देर से बदलाव की स्वीकृति लेने को कहा.


सबा करीब ने कहा, ‘‘हां, मैंने क्षितिज के नाम को स्वीकृति दे दी है क्योंकि बीसीसीआई ने नए राज्यों के मेहमान खिलाड़ियों के लिए अंतर राज्य स्थानांतरण की सीमा 15 सितंबर तक बढ़ा दी है.’’


एसीए के प्रमुख ताडो खोली ने हालांकि जब पूछा गया कि बदलाव के तौर पर दिल्ली के 28 साल के क्रिकेटर को क्यों चुना गया तो वह कोई ठोस जवाब देने में नाकाम रहे.


खोली ने कहा, ‘‘हमने एक खिलाड़ी को बदलने की सोची क्योंकि हमने सोचा कि हमें ऐसे खिलाड़ी की जरूरत है जिसे रणजी ट्रॉफी खेलने का अनुभव हो.’’


जब यह बताया कि गया क्षितिज ने कोई रणजी मैच नहीं खेला और सिर्फ दो 50 ओवर के मैच खेलते हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह नहीं पता. मैंने अब तक किसी खिलाड़ी को नहीं देखा. शायद हम उसे अंडर 23 मैचों में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.’’


जब उन्हें बताया गया कि क्षितिज 28 साल का है तो उन्होंने कहा, ‘‘हम चयन मामलों में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाएंगे. अगर क्षितिज शर्मा प्रदर्शन करने में नाकाम रहा तो हम उसे बदल देंगे.’’


खोली ने इनकार किया कि उन पर क्षितिज को रणजी ट्राफी टीम में शामिल करने का किसी तरह का दबाव था.


बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बिहार को देखिए, उनके पास प्रज्ञान ओझा है जिसने 100 से अधिक टेस्ट विकेट चटकाए हैं. मेघालय के पास पुनीत बिष्ट है जिसने दिल्ली, जम्मू कश्मीर और उत्तर क्षेत्र के लिए 77 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं. पुडुचेरी के पास अभिषेक नायर और पंकज सिंह जैसे दिग्गज घरेलू खिलाड़ी हैं. इसलिए अगर लोग क्षितिज शर्मा को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो यह उचित है.’’