हार्दिक पांड्या कमाल की फॉर्म में हैं. उन्होंने इस सीजन में मुंबई इंडियंस के ‘गेमचेंजर’ का रोल निभाया है. उन्होंने किसी भी मैच में कोई बहुत बड़ी पारी नहीं खेली लेकिन 25-35 रनों की उनकी पारी ही विरोधी टीम पर भारी पड़ जा रही है. गुरूवार को भी ऐसा ही हुआ. उनकी शानदार बल्लेबाजी की बदौलत मुंबई ने दिल्ली के सामने 169 रनों का लक्ष्य रखा. जिसके जवाब में दिल्ली की टीम 128 रन ही बना पाई.


दिल्ली कैपिटल्स की टीम का मिडिल ऑर्डर बुरी तरह फ्लॉप रहा. राहुल चाहर ने एक के बाद एक विकेट लेकर दिल्ली की टीम को मैच में टिकने ही नहीं दिया. मुंबई की टीम ने 40 रनों के बड़े अंतर से जीत हासिल की. हार्दिक पांड्या ने इस मैच में 15 गेंद पर 32 रन बनाए. इसमें 2 चौके और 3 छक्के शामिल थे. इसके अलावा हार्दिक पांड्या ने 1 विकेट लिया और 1 कैच भी पकड़ा. इस जीत के साथ ही मुंबई इंडियंस की टीम प्वाइंट टेबल में 9 में से 6 मैच जीतकर दूसरी पायदान पर आ गई है. इस जीत के हीरो हार्दिक पांड्या मैन ऑफ द मैच चुना गया. इस सीजन में मुंबई की टीम ने जितने मैच जीते हैं उसमें हार्दिक पांड्या का रोल रहा है.


इस सीजन में मुंबई के स्टार हैं हार्दिक पांड्या


इस सीजन में जो पहली जीत मुंबई को मिली वो रॉयल चैलैंजर्स बैंगलोर के खिलाफ थी. उस मैच में हार्दिक पांड्या ने 14 गेंद पर 2 चौके और 3 छक्के की मदद से 32 रनों की पारी खेली थी. मुंबई ने चेन्नई सुपरकिंग्स को जब हराया तो उस मैच में हार्दिक पांड्या ने सिर्फ 8 गेंद पर 25 रन बनाए थे. इसके अलावा उन्होंने 4 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट भी लिए थे. उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था. सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में वो 14 गेंद पर 14 रन ही बना पाए.


किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में उन्होंने 13 गेंद पर 19 रन बनाने के साथ साथ दो विकेट लिए थे. इसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मैच में उन्होंने 16 गेंद पर 37 रन बनाए. इस पारी में 5 चौके और 2 छक्के शामिल थे. इसके अलावा 3 ओवर में सिर्फ 21 रन देकर उन्होंने 1 विकेट भी लिया. इस सीजन में अब तक खेले गए 9 मैचों में वो 43.60 की औसत से 218 रन बनाए हैं. इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 37 रन ही है. लेकिन उनके बल्ले से निकली हर पारी टीम के लिए काम आई है. इसकी वजह ये है कि उन्होंने 194 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. हार्दिक पांड्या इस सीजन में अब तक 8 विकेट भी ले चुके हैं.


विश्व कप में भी यही रोल होगा


हार्दिक पांड्या ने जब 2016 में वनडे करियर की शुरूआत की थी तब से ही इस बात की चर्चा थी कि विश्व कप में वो विराट कोहली के लिए ट्रंप कार्ड साबित होंगे. टीम इंडिया को लंबे समय से एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश थी जो तेज गेंदबाजी के साथ साथ अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकता हो. हार्दिक पांड्या के शुरूआती प्रदर्शन के बाद ही उनकी तुलना कपिल देव से की जाने लगी थी. पांड्या खुद इस तुलना से बचते हैं. इसके बाद महिलाओं को लेकर दिए गए अभद्र बयान की वजह से भी वो विवादों में रहे. उन पर प्रतिबंध लगाया गया. इन बातों के बावजूद जब वो मैदान में लौटे तो उनमें प्रदर्शन की भूख साफ दिखाई दे रही थी. आईपीएल के तुरंत बाद विश्व कप खेला जाना है. हार्दिक पांड्या की यही फॉर्म कायम रही तो 2019 विश्व कप में वो निश्चित तौर पर टीम इंडिया के लिए भी ‘गेमचेंजर’ के रोल में होगें.