क्रिकेट में शतक लगाना हर बल्लेबाज का सपना होता है, लेकिन कई बार किस्मत आखिरी कदम पर साथ नहीं देती. कई दिग्गज ऐसे रहे हैं जो शानदार बल्लेबाजी के बावजूद 90 के स्कोर पर आउट होकर शतक से चूक गए. आइए जानते हैं टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों फॉर्मेट मिलाकर किन खिलाड़ियों के नाम हैं सबसे ज्यादा नाइन्टीज (90s) में आउट होने का रिकॉर्ड.

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सचिन तेंदुलकर - 28 बार (भारत)

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाए, लेकिन वे 28 बार 90s में आउट हुए. 1989 से 2013 तक खेले 664 मैचों में सचिन ने 34,357 रन बनाए. उनका औसत 48.52 रहा. कई बार वे 100 के बेहद करीब पहुंचकर आउट हुए, लेकिन हर बार उन्होंने टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेली.

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केन विलियमसन - 15 बार (न्यूजीलैंड)

न्यूजीलैंड के भरोसेमंद कप्तान केन विलियमसन का नाम इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है. 2010 से 2025 के बीच खेले 373 मैचों में उन्होंने 19,107 रन बनाए हैं, जिसमें 48 शतक और 102 अर्धशतक शामिल हैं. अपने करियर में विलियमसन 15 बार 90s में आउट हुए, जो उनकी निरंतरता और क्लास का भी सबूत है.

एबी डिविलियर्स - 14 बार (दक्षिण अफ्रीका)

मिस्टर 360 डिग्री AB de Villiers ने अपने करियर में 47 शतक और 109 अर्धशतक लगाए हैं. 2004 से 2018 तक खेले 420 मैचों में उन्होंने 20,014 रन बनाए और 14 बार 90s में आउट हुए. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने हमेशा दर्शकों को रोमांचित किया, लेकिन कई बार वो अपने शतक से दूर रह गए.

राहुल द्रविड़ - 14 बार (भारत)

“द वॉल” कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने 1996 से 2012 तक भारत के लिए 509 मैच खेले. 24,208 रन बनाते हुए उन्होंने 48 शतक और 146 अर्धशतक लगाए. द्रविड़ भी 14 बार 90s में आउट होकर दुर्भाग्यशाली रहे. उनकी बल्लेबाजी स्थिरता और धैर्य का उदाहरण मानी जाती है.

जैक्स कैलिस - 13 बार (दक्षिण अफ्रीका)

दुनिया के सबसे सफल ऑलराउंडरों में से एक जैक्स कैलिस का नाम भी इस लिस्ट में शुमार हैं. उन्होंने 519 मैचों में 25,534 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 62 शतक और 149 अर्धशतकों निकले. इसके बाद भी जैक्स अपने करियर में 13 बार 90s में आउट हुए.