2 नवंबर 2025, यह तारीख भारतीय क्रिकेट में एक नया अध्याय लिख सकती है. इसी दिन महिला वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में भारत और दक्षिण अफ्रीका आमने-सामने होंगी. विजेता कोई भी बने, लेकिन इस बार महिला वनडे क्रिकेट को एक नया चैंपियन मिलने वाला है, क्योंकि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने कभी भी वर्ल्ड कप ट्रॉफी नहीं जीती है. दोनों टीम जबरदस्त लय में हैं. ऐसे में फाइनल से पहले जान लीजिए उन 3 कमियों के बारे में, जिन्हें टीम इंडिया ने दूर कर लिया तो उसका चैंपियन बनना लगभग तय हो जाएगा.
1. शेफाली वर्मा को चलना होगा
सेमीफाइनल मैच से पूर्व स्मृति मंधाना के साथ प्रतिका रावल ओपनिंग कर रही थीं. दुर्भाग्यवश प्रतिका चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं, उनके रिप्लेसमेंट के तौर पर शेफाली वर्मा को लाया गया है. वर्मा ताबड़तोड़ बैटिंग के लिए जानी जाती हैं, लेकिन उन्हें प्रतिका रावल की भरपाई करनी होगी, जो चोट से पहले टूर्नामेंट में 51.33 के औसत से 308 रन बना चुकी थीं. शेफाली और स्मृति मंधाना के बीच ओपनिंग पार्टनरशिप से भारतीय टीम बड़े स्कोर की नींव रख पाएगी.
2. फील्डिंग बेहतर करनी होगी
दूसरे सेमीफाइनल में भारतीय टीम ने कई कैच टपकाए और विकेटकीपर रिचा घोष ने आसान स्टंपिंग भी मिस की थी. खराब फील्डिंग का ही नतीजा रहा कि सेमीफाइनल में भारतीय फील्डरों ने 2 कैच छोड़े, एक स्टंपिंग मिस की और 8 रन ओवरथ्रो से दे डाले थे. फाइनल में भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फील्डिंग दुरुस्त करनी होगी.
3. लौरा वुल्वार्ट को जल्दी आउट करना जरूरी
लौरा वुल्वार्ट दक्षिण अफ्रीकी टीम की असली रन मशीन हैं. मौजूदा वर्ल्ड कप में वो 8 मैचों में 470 रन बना चुकी हैं, जो सबसे ज्यादा हैं. लीग स्टेज के मैच में भी वुल्वार्ट ने भारत के खिलाफ 70 रनों की पारी खेली थी. वुल्वार्ट पिछले 3 ICC टूर्नामेंट्स में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज रही हैं. वुल्वार्ट को आउट करके टीम इंडिया की फाइनल जीतने की संभावना दोगुनी हो जाएंगी.
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