बर्थडे स्पेशल: ''ना कोई है,ना कोई था..क्रिकेट में द्रविड़ जैसा''
वहीं सहवाग ने उन्हें चीन की दीवार से भी मजबूत बताया.
द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले हर देश में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे.
राहुल द्रविड़ विश्व क्रिकेट में सबसे अधिक टेस्ट कैच लेने वाले खिलाड़ी है. द्रविड़ ने जब संन्यास लिया तो उनके खाते में 210 कैच थे.
सचिन तेंदुलकर ने उन्हें सबसे महान दीवार की उपाधी दी.
हरभजन ने उनके लिए एक गाना ही बना दिया - ना कोई है,ना कोई था..क्रिकेट में तुम्हारे जैसा...
भारतीय क्रिकेट के दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ आज 45 साल के हो गए. 1996 से लेकर 2012 तक द्रविड़ भारतीय क्रिकेट के मजबूत आधार रहे. एक ऐसा खिलाड़ी जिसने टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में एक समान नाम कमाया. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी उन्होंने क्रिकेट से दूरी नहीं बनाई. द्रविड़ इस वक्त भारत के युवा क्रिकेटरों को तरास रहे हैं.
अंडर 19 टीम के कोच द्रविड़ ने भारत के भविष्य के सितारों के साथ अपना बर्थडे मनाया. द्रविड़ ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके बारे में लिखते-लिखते रिकॉर्ड कम पड़ जाएंगे. कुछ चुनिंदा रिकॉर्ड के साथ आगे देखिए दिग्गज खिलाडियों ने उनके बारे में क्या कहा.
अपने डेब्यू के बाद द्रविड़ ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और लगातार 94 टेस्ट खेल डाले. उस वक्त द्रविड़ के नाम ये वर्ल्ड रिकॉर्ड था.
द्रविड़ को टेस्ट क्रिकेट का दीवार क्यों कहा जाता है इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि उन्होंने चौथी पारी में सबसे अधिक रन बनाए(1,575 रन 57 पारी में). टेस्ट क्रिकेट में चौथी पारी में कोई भी बल्लेबाज द्रविड़ से आगे नहीं निकल पाया है.
द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए 10,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. द्रविड़ ने 219 पारी में 10,524 रन बनाए.