Popular singer Kailash Kher ने हाल ही में film industry पर बात करते हुए कहा कि ये film industry साधुक्कड़ी दुनिया है, यहां के गाने खिचड़ी और भेलपूरी जैसा है, यहां गाने कुछ इस तरह बनाए जाते हैं जैसे कहीं से कुछ उठाकर जोड़ दिया हो, यहां film industry में जो भी कुछ होता है, उसे बहुत बढ़ा-चढ़ाकर कुछ इस तरीके से present किया जाता है, जैसे कौवे को हंस बनाकर present करते है, इससे अलग, उनका बचपन आश्रमों में बीता है और spirituality के जरिए उन्होंने संगीत की दुनिया में अपना कदम बढ़ाया, Kailash Kher के अनुसार, उनकी कला गहराई और spirituality से प्रेरित है.