डब्लयूएचओ रिपोर्ट: दुनिया के 15 प्रदूषित शहरों में 14 भारत के शहर, यहां देखें लिस्ट
हाल ही में जारी की गई डब्लयूएचओ ग्लोबल एयर प्रदूषण डेटाबेस की रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रदूषित माने जाने वाला शहर नहीं हैं. इसमें दुनियाभर के 15 शहरों में देश के 14 शहर को सबसे ज्यादा प्रदूषित पाया गया है और इसे मापने का पैमाना पीएम 2.5 के जरिए रखा गया है. इसमें ये भी बताया गया है कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर 2014 के तुलना में साल 2016 में घटा हैं.
एक बार फिर से बिहार राज्य का नंबर आता है जिसकी राजधानी पटना का प्रदूषण स्तर पीएम 2.5 का लेवल 144 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर है. जो बहुत चिंता जनक बात है क्योंकि यह राज्य विकास की ओर अग्रसर है.
इस लिस्ट में सबसे ज्यादा प्रदूषित यूपी का शहर कानपुर है. कानपुर में PM 2.5 का लेवल 173 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर मापा गया जो कि खतरे के स्तर से ऊपर है. इसे मापने का जो पैमाना था वो पीएम 2.5 था उसमें करीब 143 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक से ज्यादा रहा है वो शहर सबसे ज्यादा प्रदूषित रहे हैं.
वहीं प्रधानमंत्री का लोकसभा क्षेत्र यानी वाराणसी जो कि तीसरे पायदान पर है. शहर का प्रदूषण स्तर पीएम 2.5 का लेवल 151 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रहा है. वहीं डेटाबेस 100 देशों के 4,000 शहरों पर प्रदूषण लेवल को मापा गया है.
देश की जन्नत कहा जाने वाला जम्मू-कश्मीर का श्रीनगर शहर इसका प्रदुषण स्तर भी पीएम 2.5 का लेवल 113 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर पाया गया है. इनके बाद क्रमानुसार गुड़गाव, जयपुर, पटियाला, जोधपुर और अली सुबह अल-सलेम (कुवेत) से संबंधित है.
फिर यूपी का मुज्जफरनगर शहर जिसका पीएम 2.5 का लेवल 120 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर है.
दिल्ली में केंद्र सरकार का आना यह कहा जाता है कि इसकी बागडोर यूपी से तय होती है. ऐसे में यूपी के लखनऊ शहर का प्रदूषण लेवल पीएम 2.5 का लेवल 138 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पाया गया है. इस शहर के लिए अफसोस की बात तो है ही क्योंकि राज्य से चार शहर की रेटिंग भी प्रदूषण के मामले में गिर गई है.
इनके बाद बिहार का गया शहर है जो सीएम नीतिश कुमार के राज्य से आता है. उसमें पीएम 2.5 का लेवल 149 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रहा है.
इसके बाद दिल्ली एनसीआर का फरीदाबाद शहर है जिसका प्रदूषण स्तर पीएम 2.5 का लेवल 172 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पाया गया है. यह भी खतरे के निशान से ऊपर है.
अब देश की राजधानी की बारी है जिसे डब्यलूएचओ ने छठे पायदान पर रखा है. इसका पहले के मुकाबले प्रदूषण लेवल कम हुआ है लेकिन इस बार पीएम 2.5 का लेवल 143 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रहा है.
वहीं यूपी का तीसरा शहर आगरा है जो अपनी खासियत यानी दुनिया के सात अजूबों में जाना जाता है. शहर का ताजमहल जिसे मुमताज की याद में शाहजहां ने बनवाया है. जिसका दीदार करने देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग पहुंचते हैं. वहीं डब्यलूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर का प्रदूषण स्तर पीएम 2.5 का लेवल 131 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर है. ये अपने में ही हिला देने वाली बात है क्योंकि ये देश का पर्यटन स्थल के मामले में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला शहर है.