दो दोहरे शतक लगाकर सचिन, द्रविड़, सहवाग, कांबली के क्लब में शामिल कोहली
जिस रफ्तार और फॉर्म के साथ कोहली खेल रहे हैं, अगर वो जारी रहता है तो संभव के कि बल्लेबाजी के तमाम रिकॉर्ड्स ध्वस्त हो जाएं.
कोहली एक साल में दो दोहरे शतक लगाकर उस खास क्लब में शामिल हो गए जिसमें इससे पहले सिर्फ चार दिग्गज भारतीय बल्लेबाज रहे हैं.
देश के लिए इस कीर्तिमान को स्थापित करने वाले पहले दिग्गज बल्लेबाज कांबली थे. बायें हाथ से बल्लेबाजी करने वाले कांबली ने साल 1993 में ही ये करिश्मा कर दिखाया था.
वहीं टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए पहला तिहरा शतक लगाने वाले वीरेंद्र सहवाग ने साल 2008 में एक साल में दो दोहरे शतक लगाए और इस उम्दा रिकॉर्ड को अपने नाम कर सचिन, कांबली, द्रविड़ की फेहरिस्त में अपना नाम शामिल किया.
क्रिकेट के भगवान सचिन ने ये कारनामा दो बार किया है. पहली बार उन्होंने साल 2004 में एक साल में दो दोहरे शतक लगाए थे. वहीं साल 2010 में उन्होंने इस करिश्मे को दोबारा कर दिखाया.
इसके अलावा कप्तान के तौर पर मंसुर अली खान पटौदी, सुनिल गवास्कर, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी ने एक साल में एक-एक दोहरे शतक लगाए हैं.
ये तो आपको पता ही होगा कि क्रिकेट में भारत की दीवार रहे राहुल द्रविड़ का कोई सानी नहीं रहा. द्रविड़ ने साल 2003 में एक साल में दो दोहरे शतक लगाकर इस स्पेशल क्लब में जगह बनाई.
विराट कोहली भारत के ऐसे पहले टेस्ट कप्तान बन गए जिन्होंने टेस्ट मैचों में एक साल में दो दोहरे शतक लगाए हैं. लेकिन एक साल में दो दोहरे शतक लगाने के वाले वे पहले भारतीय खिलाड़ी नहीं हैं.