हैरतअंगेज! देश में है ऐसा गांव जहां पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे
गांव के लोगों ने 2008 में बताया कि जुड़वा बच्चे पैदा होने का सिलसिला 3 जनरेशन पहले से चला आ रहा है. डॉक्टर्स वैज्ञानिक तौर पर इस बात का पता नहीं लगा पाए कि ऐसा क्यों होता है. लेकिन उनका कहना है कि गांव के लोग कुछ ऐसा खाते या पीते हैं जिससे जुड़वा बच्चे पैदा हो रहे हैं.
दुनियाभर में बहुत सी ऐसी रहस्यमयी पहेलियां है जिनका ना तो कोई तोड़ मिला है ना ही ये पहेलियां सुलझाई गई हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही रहस्यमयी पहेली के बारे में बताने जा रहे हैं. ये मामला भारत का है. चलिए जानते हैं क्या है पूरा माजरा. सभी फोटोः गेटी इमेज
देश में एक ऐसा गांव है जिसे 'विलेज ऑफ ट्विंस', 'ट्वीन टाउन' के नाम से जाना जाता है. इस गांव का नाम ऐसा इसीलिए है क्योंकि ये ऐसा गांव है जहां सबसे अधिक संख्या में जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं.
हैरानी की बात ये है कि जो लोग ये गांव छोड़कर जा चुके हैं बाहर जाकर भी इस उनके जुड़वा बच्चे ही हुए हैं.
कोडिन्ही भारत के केरल में मलप्पुरम जिले का एक गांव है. यह गांव तिरुंगण्डी शहर के करीब स्थित है. आंकड़ों की मानें तो पिछले 65 सालों में इस गांव में 250 जुड़वा बच्चों के जोड़े हैं. हालांकि डॉक्टर्स को यकीन है कि इससे भी ज्यादा जुड़वा बच्चे यहां रहते हैं.
2008 के आंकड़ों के मुताबिक, यहां 2000 के आसपास परिवार रहते हैं. डॉक्टर्स ने इस मिस्ट्री को सुलझाने की बहुत कोशिश की आखिर यहां जुड़वा बच्चे कैसे होते हैं. लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए.
2008 में अकेले 300 हेल्दी डिलीवरी में से 15 जुड़वां बच्चे पैदा हुए थे. इससे पहले के 5 सालों में 60 जुड़वा बच्चों के जोड़े पैदा हुए. हर साल इस गांव में जुड़वा बच्चों का ये आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.