कहीं आपका क्रेडिट या डेबिट कार्ड तो नहीं हो गया स्किमिंग का शिकार, ऐसे कर सकते हैं पता?
जिसका उन्हें अंदाज़ा तक नहीं होता. और इस वजह से उनका अकाउंट खाली हो जाता है. लोगों के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के साथ स्किमिंग करके आपका अकाउंट खाली हो सकता है. और आपको इस बारे में भनक भी नहीं लगती.
आपको बता दें स्किमिंग फ्रॉड करने का ऐसा तरीका है. जिसमें फ्रॉड करने वाले आपके कार्ड की इनफॉरमेशन चोरी कर लेते हैं. एटीएम या POS मशीन में एक छोटा डिवाइस लगाकर इस ठगी को अंजाम भी जाता है. जैसे ही आप कार्ड स्वाइप करते हैं. आपकी डिटेल्स उस डिवाइस में सेव हो जाती हैं और बाद में उसका गलत इस्तेमाल होता है.
ठगी का यह तरीका है इतना खतरनाक है कि लोगों को पता ही नहीं चलता कि उनके साथ ठगी हो गई है. अब यह कैसे पता लगाया जाए आपका कार्ड स्किमिंग का शिकार हुआ है या नहीं. क्योंकि अगर आपके कार्ड स्किमिंग का शिकार हो गए हैं. तो उसे बंद करवाना जरूरी है. लेकिन पहले यह पता करना होगा.
इसके लिए सबसे आसान तरीका है अपने बैंक स्टेटमेंट पर नज़र रखें. अगर किसी ट्रांजैक्शन की जानकारी आपको नहीं है या आपने वह ट्रांजैक्शन नहीं किया है. तो फिर यह स्किमिंग के चलते हो सकता है. ऐसे में तुरंत बैंक काॅल करके कार्ड बंद करवाएं.
इसके अलावा हमेशा अपने बैंक खाते में SMS और ईमेल अलर्ट ऑन रखें. अगर आपके कार्ड से कोई ट्रांजैक्शन होता है. तो बैंक आपको तुंरत अलर्ट भेजता है. अगर आप किसी ऐसे मैसेज को देखते हैं जिसमें रकम कटी हो. लेकिन आपने कोई ट्रांजैक्शन नहीं किया. तो यह भी स्किमिंग हो सकती है.
एटीएम या कार्ड मशीन की बनावट में कोई गड़बड़ी नजर आए. अगर मशीन का स्लॉट ढीला लग रहा हो या कोई एक्स्ट्रा डिवाइस लगा हुआ नजर आए. तो उस मशीन का इस्तेमाल न करें. अगर खाते से छोटे अमाउंट जैसे 100 या 200 रुपये की कटौती हो रही है. तो यह भी स्किमिंग टेस्ट ट्रांजैक्शन हो सकता है.
अगर आपको लगता है कि आप स्किमिंग का शिकार हो गए हैं. तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और कार्ड ब्लॉक करवाएं. साथ ही साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करें. जितनी जल्दी आप एक्शन लेंगे, उतना नुकसान कम होगा. बेहतर यही है कि कार्ड यूज़ करते वक्त सतर्क रहें.