डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें बुजुर्ग? ताकि 77 साल की इस महिला की तरह न गंवाएं 3.8 करोड़ रुपये
डिजिटल अरेस्ट एक साइबर अपराध है, जिसमें अपराधी किसी व्यक्ति की सोशल मीडिया प्रोफाइल से जानकारी चुराकर उसे मानसिक रूप से परेशान करते हैं. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)
डिजिटल अरेस्ट में अपराधी धमकी देते हैं कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे पीड़ित की तस्वीरें या जानकारी सार्वजनिक कर देंगे. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)
अब सवाल है कि डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचा जा सकता है? दरअसल इससे बचने के लिए अपना और अपने डेटा की सेफ्टी का ध्यान रखें. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)
इसके अलावा किसी भी अनजान सोर्स से आए हुए किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी पर्सनल या बैंक डिटेल्स देने की गलती नहीं करें. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)
साथ ही इससे बचाव के लिए पर्सनल डेटा और किसी भी तरह के ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म पर मजबूत पासवर्ड लगाकर रखें. कोई भी थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड ना करें, किसी भी अन-ऑफिशियल प्लेटफॉर्म से कुछ इंस्टाॉल ना करें. अपने डिवाइस को अपडेटेड रखें, अपने सभी ऐप्स को अपडेट रखें. (फोटो क्रेडिट- सोशल मीडिया)