Exclusive: वंदे भारत स्लीपर की एक्सक्लूसिव तस्वीरें आईं सामने, देखें कैसा होगा फर्स्ट एसी कोच?
वंदेभारत स्लीपर फर्स्ट एसी कंपार्टमेंट में लेटने के लिए आरामदायक सीट्स बेड्स हैं. चार्जिंग पॉइंट्स हैं. पैसेंजर्स की सहूलियत के लिए मोबाइल होल्डर्स और वॉटर बोतल होल्डर्स दिए गए हैं, जो काफी प्रीमियम क्वालिटी के हैं.
इस वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को जल्द रेल मंत्रालय हरी झंडी दिखाएगा. गौरतलब है कि भारत रूस की ज्वाइंट वेंचर कंपनी KINET Railway Solutions ने इंटरनेशनल रेलवे इक्विपमेंट एग्जिबिशन (IREE 2025) में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के फर्स्ट एसी कंपार्टमेंट का डिजाइन कांसेप्ट पहली बार दिखाया है.
यह ट्रेन भारत की पहली हाई-स्पीड लग्जरी स्लीपर ट्रेन होगी, जिसमें नॉइज-फ्री इंटीरियर, ऑटोमैटिक डोर, सेंसर लाइटिंग और हर बर्थ पर चार्जिंग की सुविधा होगी. महाराष्ट्र के लातूर में इन कोच का निर्माण चल रहा है और यह ट्रेन भारतीय रेल में आराम और तकनीक का नया अध्याय लिखेगी.
बता दें कि KINET रेलवे सॉल्यूशंस एक ऐसी कंपनी है, जो भारत की रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) और रूस की सबसे बड़ी रोलिंग स्टॉक निर्माता कंपनी CJSC ट्रांसमैशहोल्डिंग के ज्वाइंट वेंचर के रूप में काम कर रही है.
इस कंपनी को 120 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनसेट यानी 1,920 कोचों के डिजाइन और निर्माण और साथ ही 35 साल तक इसके रखरखाव की जिम्मेदारी दी गई है. हर एक ट्रेन सेट में 16 कोच होंगे. उम्मीद की जा रही है कि कंपनी जून 2026 तक पहला प्रोटोटाइप लॉन्च कर देगी.
भारतीय रेलवे ने वंदे भारत स्लीपर ट्रेन बनाने का कॉन्ट्रैक्ट तीन कंपनियों को दिया है. इनमें सरकारी कंपनी BEML, KINET रेलवे सॉल्यूशंस और टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड और BHEL का एक कंसोर्टियम शामिल हैं. रेलवे ने यह भी तय किया है कि वह दो वंदे भारत स्लीपर ट्रेन एक साथ लॉन्च करेगा.
पिछले महीने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि दूसरी ट्रेन को पूरी तरह से तैयार होने के बाद ही वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को ट्रैक पर उतारा जाएगा. यह ट्रेन BEML बना रही है और यह इंटिग्रल कोच फैक्ट्री(ICF) की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है.