UPI धोखाधड़ी से बचने का आसान तरीके, इन बातों का रखें ध्यान
अब देश में फ्रॉड पहले से ज्यादा तेज और चालाक हो चुका है. कई लोगों के खाते से ठगों ने लाखों रुपये उड़ा दिए हैं. अगर आप सच में जोखिम कम करना चाहते हैं. तो अपना UPI अकाउंट सेविंग्स अकाउंट से अलग कर लें. जिस खाते से UPI जुड़ा हो उसमें सिर्फ लिमिटेड बैलेंस रखें.
कई बैंक ऐप में ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करने का ऑप्शन देते हैं. एक बार यह सेटिंग करने पर किसी गड़बड़ी की स्थिति में नुकसान कम होगा और पैसे सेफ रहेंगे. UPI की सबसे बड़ी ताकत इसकी स्पीड है. लेकिन इसी जगह पर लोग गलती करते हैं
Pay दबाने से पहले एक बार नाम चेक करने की आदत डालें. QR कोड स्कैन करते वक्त स्क्रीन पर दिख रहे मैसेज पढ़ें. फ्रॉड हमेशा जल्दी करवाना चाहता है इसलिए कोई भी मैसेज जो तत्काल कार्रवाई के लिए दबाव बनाए. उसे ध्यान से देखें और तुरंत पेमेंट न करें.
परिवार के बाकी लोगों को भी जागरूक करना जरूरी है. खासकर बुजुर्ग माता-पिता डिजिटल स्कैम का आसान निशाना बन जाते हैं. उनके लिए कम ट्रांजैक्शन लिमिट सेट करें और उन्हें बताएं किसी भी पेमेंट रिक्वेस्ट पर बिना चेक किए पेमेंट न करें.
ऐप में अनयूज्ड बैंकिंग फीचर डिसेबल करके भी जोखिम कम किया जा सकता है. भरोसेमंद लोगों को भी अपना UPI पिन कभी न दें. कई बार लोग रिपेयर शॉप, कैफे या किसी भी पब्लिक जगह पर फोन देते हुए लापरवाह हो जाते हैं.
पिन एक बार लीक हुआ तो पूरा बैंक खाता खाली होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा. किसी भी ऐप या वेबसाइट में पिन दर्ज करते समय आसपास की सुरक्षा का ध्यान रखें. किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से मालवेयर इंस्टॉल हो सकता है. जिससे पूरा फाइनेंशियल डेटा चोरी हो जाता है. ऐसे में किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सोर्स को पहचानें.