तत्काल टिकट बुक करना क्यों होती है किस्मत वाली बात, जानें कैसे काम करता है ये सिस्टम
लेकिन कई बार यात्रियों को रिजर्वेशन करवाते वक्त कंफर्म टिकट नहीं मिलती. ऐसे में यात्रियों के पास सहारा होता है तत्काल बुकिंग. लेकिन तत्काल बुकिंग में भी कंफर्म टिकट मिल पाना बेहद टेढ़ी खीर होता है. यहां सेकेंड्स में सीटें गायब हो जाती हैं.
आपने भी अगर कभी तत्काल बुकिंग की होगी. तो देखा होगा पहले जहां आपको बहुत सी अवेलेबल सीट दिखती हैं. तो प्रक्रिया होते-होते कई बार मामला वेटिंग में पहुंच जाता है. क्या किस्मत वालों को ही मिलती है तत्काल में कन्फर्म टिकट. चलिए बताते हैं कैसे काम करता है इसका सिस्टम.
दरअसल तत्काल बुकिंग एक विशेष बुकिंग सुविधा होती है जो यात्रा के एक दिन पहले मिलती है. इसमें 1AC, 2AC, 3AC, CC जैसे एसी कोच की टाइमिंग 10 बजे शुरू होती है. तो वहीं स्लीपर और 2S की बुकिंग 11 बजे शुरू होती है.
तत्काल में टिकट बुक कर पाना इसलिए मुश्किल होता है. क्योंकि एक साथ ही यहां कई लोग बुकिंग करते हैं. क्योंकि टाइम लिमिटेड होता है और सीट्स भी लिमिटेड होती है. जब एक साथ बहुत लोग टिकट बुक करते हैं. तो कई बार साइट पर बहुत ट्रैफिक आ जाता है. जिस वजह से साइट बेहद स्लो हो जाती है.
भले ही तत्काल बुकिंग का टाइम 1 घंटे तक के लिए दिया जाता हो. लेकिन सिर्फ एक-दो मिनट के अंतराल में ही सारी टिकट बुक हो जाती हैं. इसके बाद अगर कोई टिकट बुक करता है. तो उसे कंफर्म के बजाय वेटिंग में टिकट मिलती है.
कई बार नेटवर्क इशू तो फिर पेमेंट डिले होने के चलते भी टिकट कंफर्म नहीं हो पाती. अगर आप तत्काल में टिकट बुक करना चाहते हैं. तो सबसे जरूरी है आपके पास एक बढ़िया स्पीड वाला स्टेबल इंटरनेट कनेक्शन हो. और फिर आपकी किस्मत अच्छी हो.