Reserve Seat: स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसों में इन लोगों के लिए रिजर्व रहती है सीट, मुफ्त होती है यात्रा
बस में यात्रा करने के दौरान आपने कई बार सीटों पर आरक्षित सीट लिखा हुआ देखा होगा. ऐसे में कुछ लोग अक्सर इन सीटों पर बैठते भी नहीं हैं.
बस में दिव्यांगजनों के लिए सीट रिजर्व रहती है, इसे लेकर अलग-अलग राज्य के परिवहन विभाग ने अपने नियम बनाए हैं.
आमतौर पर दिव्यांगों के लिए गेट के पास या बस ड्राइवर के ठीक पीछे वाली सीट रिजर्व रहती है, इस सीट पर आरक्षित सीट लिखा होता है.
दिव्यांगों के अलावा मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए भी स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसों में आरक्षण होता है. बस में एक सीट ऐसी होती है, जो ऐसे पत्रकारों के लिए आरक्षित होती है.
राज्य अपने हिसाब से तय करते हैं कि कितने किमी प्रति महीने तक की यात्रा पत्रकार मुफ्त में कर सकते हैं. ये मान्यता पीआईबी या फिर राज्य सरकार से मिली होती है.
कुछ राज्य सरकारों की तरफ से महिलाओं के लिए भी सीट आरक्षित रखने का निर्देश दिया जाता है, जिसमें कुछ सीटें ऐसी होती हैं जिन्हें महिलाओं को देना होता है. हालांकि सफर मुफ्त नहीं होता.