पीएम किसान योजना में इन किसानों से होती है वसूली, जानें कौन सी गलती पड़ेगी भारी
इस योजना के जरिए सरकार का मकसद खेती करने वाले किसानों आर्थिक सहायता देना है. ताकि उनकी आमदनी में कुछ इजाफा हो सके. सरकार ने इसके लिए कुछ पात्रताएं भी तय की हैं. योजना में पात्र किसानों को ही लाभ दिया जाता है.
लेकिन देश में बहुत से किसान ऐसे हैं. जो योजना में पात्र ना होते हुए भी लाभ ले रहे हैं. यह फर्जी दस्तावेज और फर्जी जानकारी के आधार पर योजना में लाभ ले रहे हैं. लेकिन सरकार अब ऐसे किसानों पर कड़ी नजर रख रही है. ऐसे मामलों में अब सरकार सख्त हो चुकी है.
ऐसे में अब जो भी किसान फर्जी तरीके से या फर्जी दस्तावेज के आधार पर योजना में लाभ ले रहे हैं. उन्होंने अबतक जितना लाभ लिया है उतना ही पूरा अमाउंट वापस मांगा जा रहा है. अगर पैसा वापस नहीं किया गया तो कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.
जो किसान गलत बैंक अकाउंट फर्जी जमीन के दस्तावेज लगाकर अपात्र होने के बावजूद आवेदन करते हैं. ऐसे मामलों में सिर्फ पैसा वापस नहीं लिया जाता. बल्कि वसूली के साथ-साथ केस भी दर्ज हो सकता है. ऐसे में जेल भी हो सकती है.
देश भर में कई किसान जरूरतमंद किसानों के लिए शुरू की गई इस स्कीम का गलत फायदा उठाकर रहे हैं. जिससे असल में गरीब जरूरतमंद किसानों को लाभ मिलने में मुश्किल होती है. इसलिए सरकार अब सख्ती दिखा रही है.
योजना में जो किसान सही तरीके से से लाभ ले रहे हैं. जिनके दस्तावेज सही हैं. तो घबराने की जरूरत नहीं है. सरकार वसूली सिर्फ उन लोगों से ही कर रही है. जिन्होंने गलत जानकारी या फर्जी दस्तावेज देकर योजना का लाभ उठाया है.