क्या गारंटर न होने पर पैसे निकालने से मना कर सकते हैं बैंक, जान लीजिए नियम
देश में कुछ बैंक शाखाएं ऐसी हैं जहां अगर आप पैसे निकालने जाते हैं. तो बैंक के अधिकारियों की ओर से आपसे गारंटर की मांग कर दी जाती है. यानी किसी ऐसे शख्स को लेकर आइए जिसका खाता भी इस बैंक में हो. लेकिन क्या बिना गारंटर के बैंक पैसे नहीं निकालने देगा?
यही सवाल बहुत से लोगों के मन में आता है.कई बार ग्राहकों को लगता है कि खाते से रकम निकालने के लिए किसी तरह के गारंटर की जरूरत पड़ेगी. मगर क्या वाकई ऐसा कोई नियम है? अगर आप के मन में भी यह सवाल है तो आपको बता दें ऐसा कोई नियम नहीं है.
पैसे निकालने के लिए बैंक का जो मेन काम होता है, वह अपने ग्राहक की पहचान और उसके खाते की आइडेंटिफिकेशन करना होता है. लेकिन कुछ लोग शिकायत करते हैं कि शाखा में जाकर पैसे निकालने की कोशिश की. लेकिन स्टाफ ने गारंटर लाने की बात कह दी.
आपको बता दें कि बैंक आम तौर पर गारंटर सिर्फ नए खाते खोलते समय या लोन लेने वक्त में मांगते हैं. नार्मल कैश विदड्रॉल पर यह शर्त लागू नहीं होती. अगर आपका खाता एक्टिव है और KYC पूरी है. तो बैंक को बिना गारंटर के भी भुगतान करना चाहिए.
कैश निकालने के लिए आमतौर पर पासबुक, चेक या विदड्रॉल स्लिप और एक वैलिड पहचान पत्र ही काफी होता है. इससे बैंक को यह पता चल जाता है कि पैसा सही व्यक्ति को दिया जा रहा है. हालांकि बैंक कभी-कभी सुरक्षा कारणों से कुछ और दस्तावेज की मांग कर सकते हैं खासकर बड़े लेनदेन में.
लेकिन इसका मतलब गारंटर लाना बिल्कुल नहीं होता. यह सिर्फ यह सुनिश्चित करने के लिए होता है कि कोई धोखाधड़ी न हो. ऐसे मामलों में ग्राहक को सिर्फ अपनी पहचान साबित करनी होती है. नियम कहते हैं खाते के मालिक को अपनी रकम निकालने से रोका नहीं जा सकता.