तुतीकोरिन हिंसा: तस्वीरों के जरिए समझें क्या है पूरा मामला
अभी तक तूतीकोरिन में हुए विरोध प्रदर्शन में 11 लोगों की जान जा चुकी हैं. (तस्वीर: पीटीआई)
दरअसल, कल लोगों का प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया और गाड़ियों में तोड़फोड़-आगजनी की गई. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई. (तस्वीर: पीटीआई)
मद्रास हाईकोर्ट ने कल प्लांट की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए थे. वहीं पुलिस ने कल की हिंसा के बाद धारा 144 लगा दी है. बता दें कि आज मद्रास हाईकोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए अब इस प्लांट पर रोक लगा दी है. (तस्वीर: पीटीआई)
तमिलनाडु के तूतीकोरिन में पिछले कई महीनों से वेदांता ग्रुप की स्टरलाइट कॉपर यूनिट को लेकर व्यापक विरोध हो रहा है. इस विरोध प्रदर्शन की तस्वीर तब सामने आई जब पुलिस और वहां रह रहे निवासियों के बीच कल भीषण झड़प देखने को मिली. (तस्वीर: पीटीआई)
इस मामले में राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवार वालों को दस लाख और घायलों को तीन लाख रुपये मुआवजे का भी एलान किया गया है. मृतक के परिवार में से किसी एक को सरकारी नौकरी देने का भी वादा किया है. (तस्वीर: पीटीआई)
प्रदर्शनकारियों की ओर से आरोप लगाया गया है कि प्लांट से निकलने वाले कचरे की वजह से ग्राउंड वॉटर दूषित हो रहा है. इससे लोगों को सांस, त्वचा, दिल की बीमारी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो रही हैं. जनवरी में प्लांट के विस्तार की खबर के बाद विरोध तेज हो गया था. (तस्वीर: पीटीआई)