अगर आम जिंदगी जीते मुहावरे तो कैसे आते नजर? जरा गौर तो फरमाइए, उड़ जाएंगे होश
गधे को बाप बनाना मुहावरे का मतलब होता है काम निकालने के लिए किसी मूर्ख इंसान से भी दोस्ती कर लेना. देखिए अगर यह मुहावरा इंसान होता तो कैसा दिखता.
आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा धीमे बोलो दीवारों के भी कान होते हैं. इसका मतलब होता है कोई व्यक्ति जो दीवार से कान लगाकर दूसरों की बातें सुन रहा होता है. अगर वाकई दीवारों के कान होते तो वह कुछ ऐसे दिखते.
डूबते को तिनके का सहारा इस मुहावरे का मतलब होता है कि जब इंसान मुश्किलों में घिरा हो तो उसके लिए थोड़ी सी मदद भी काफी होती है. अगर यह मुहावरा हकीकत में होता तो कुछ ऐसा दिखता.
रातों की नींद उड़ जाना मुहावरे का मतलब है किसी फिक्र या किसी वजह से परेशान रहना. और परेशानी में बिल्कुल ना सो पाना. रातों की नींद वाकई उड़ती दिखाई देती तो कुछ ऐसी दिखती.
दूसरों के काम में टांग अड़ाने का मतलब होता है. कोई कुछ कर रहा हो तो उसमें विघ्न डाल देना या कहें उसे रोकने का प्रयास करना. इस मुहावरे का इंसानी रूप कुछ ऐसा दिखेगा.
जले पर नमक छिड़कने का मतलब होता है कोई ऐसा काम करना जिससे दुखी व्यक्ति और दुखी हो जाए. इस मुहावरे का हकीकत रूप कुछ ऐसा होगा.
घोड़े बेचकर सोने का मतलब होता है गहरी नींद में सो जाना या फिर कहें लापरवाही करना. हकीकत में यह मुहावरा कुछ ऐसा दिखेगा.
गिरगिट की तरह रंग बदलने का मतलब का होता है. कोई व्यक्ति जो अपनी बात पर टिका नहीं रहता और जो कभी कुछ तो कभी कुछ कहता है. हकीकत में कोई गिरगिट की तरह रंग बदलेगा तो कुछ ऐसा दिखेगा.
पीठ में छुरा घोंपने का मतलब है विश्वासघात करना. किसी को धोखा देना. वाकई में कोई पीठ में छुरा घोंपेगा तो ऐसा दिखेगा.
छाती पर सांप लोटने का मतलब होता है किसी से जलन किसी से ईर्ष्या करना. यानी किसी के पास कोई चीज है तो यह सोचना कि यह हमारे पास क्यों नहीं है उसके पास क्यों है. अगर वाकई में यह मुहावरा सच हो तो कैसा दिखेगा.