Facebook का रंग नीला ही क्यों है? लाल-पीला या हरा क्यों नहीं?
फेसबुक जिसे अब मेटा नाम दे दिया गया है उसके सीईओ यानि मार्क जुकेरबर्ग को कलर ब्लाइंडनेस की बीमारी है. वे लाल और हरा रंग नहीं देख सकते. इसी की वजह से फेसबुक का कलर लाल और हरा नहीं है. उन्हें नीला रंग एकदम साफ दिखाई देता है और यही वजह है कि मेटा का रंग नीला है.
फेसबुक बनाने से पहले जुकेरबर्ग ने अपने कॉलेज के दिनों में फेसमास नाम से एक वेबसाइट लॉन्च की थी. फेसबुक की शुरुआत 2004 में हुई थी. आज ये दुनिया भरा का सबसे ज्यादा यूज किए जाने वाला ऐप है.
हाल ही में मार्क जुकेरबर्ग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम के लिए पेड वेरिफिकेशन सर्विस का ऐलान किया था. फिलहाल भारत में ये सर्विस शुरू नहीं हुई है. अब FB और इंस्टा पर लोग पैसे देकर ब्लू टिक हासिल कर सकते हैं.
वेब यूजर्स को 985 रुपये और एंड्रॉइड और IOS यूजर्स को 1,232 रुपये का भुगतान मेटा को ब्लू टिक के लिए करना होगा. मेटा ने कदम ट्विटर के बाद उठाया था. ट्विटर के पूर्व सीईओ एलन मस्क ने पिछले साल इसका टेकओवर करते हुए ट्विटर ब्लू की घोषणा की थी और वेरिफिकेशन सर्विस को पेड किया था.