✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

किस देश के पास है दुनिया की सबसे एडवांस ऑटोमैटिक मिसाइल, जानिए किस टेक्नोलॉजी पर करती है काम

एबीपी टेक डेस्क   |  30 Sep 2025 07:48 AM (IST)
1

ऑटोमैटिक मिसाइल साधारण मिसाइलों से बिल्कुल अलग होती हैं. इनका सबसे बड़ा फीचर यह है कि इन्हें लॉन्च करने के बाद ज्यादा मानव हस्तक्षेप की जरूरत नहीं पड़ती. ये मिसाइलें अपने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), सेंसर और राडार सिस्टम की मदद से खुद ही टारगेट को लॉक कर सकती हैं. चाहे दुश्मन की लोकेशन बदल जाए या वे मिसाइल को धोखा देने की कोशिश करें यह ऑटोमैटिक सिस्टम दुश्मन को ट्रैक करता रहता है.

Continues below advertisement
2

दुनिया में अगर सबसे एडवांस ऑटोमैटिक मिसाइल सिस्टम की बात करें तो अमेरिका का नाम सबसे आगे आता है. अमेरिका ने कई ऐसी मिसाइलें बनाई हैं जो AI और मशीन लर्निंग बेस्ड एल्गोरिद्म पर काम करती हैं. इनमें JASSM (Joint Air-to-Surface Standoff Missile) और Patriot Missile System प्रमुख हैं. JASSM अपने आप टारगेट तक पहुंचने की क्षमता रखती है जबकि Patriot सिस्टम हवा में उड़ रही दुश्मन की मिसाइल या ड्रोन को तुरंत पहचानकर नष्ट कर देता है.

Continues below advertisement
3

अमेरिका के बाद रूस ने भी इस क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है. रूस की Kinzhal और Zircon हाइपरसोनिक मिसाइलें पूरी तरह से ऑटोमैटिक गाइडेंस सिस्टम से लैस हैं. ये मिसाइलें ध्वनि की गति से कई गुना तेज उड़ सकती हैं और रास्ते में दिशा बदलने में भी सक्षम हैं. इनका मुख्य फायदा यह है कि दुश्मन का राडार इन्हें पकड़ ही नहीं पाता और ये सीधे टारगेट पर जाकर हमला कर देती हैं.

4

चीन भी दुनिया की इस मिसाइल रेस में तेजी से आगे बढ़ रहा है. चीन ने हाल ही में कई ऐसी मिसाइलें विकसित की हैं जो पूरी तरह से AI, GPS और उपग्रह-आधारित नेविगेशन सिस्टम पर निर्भर करती हैं. इन मिसाइलों की खासियत है कि ये ग्रुप अटैक भी कर सकती हैं. यानी एक साथ कई मिसाइलें अलग-अलग टारगेट्स को ऑटोमैटिकली हिट कर सकती हैं.

5

मिलिट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में मिसाइलें सिर्फ ऑटोमैटिक ही नहीं बल्कि सेल्फ-लर्निंग सिस्टम से लैस होंगी. इसका मतलब यह है कि लॉन्च होने के बाद ये मिसाइलें अपने पिछले अनुभवों और डाटा से सीखकर खुद को और स्मार्ट बना लेंगी. इससे न केवल युद्ध की रणनीतियां बदलेंगी बल्कि देशों की सुरक्षा क्षमता भी कई गुना बढ़ जाएगी.

6

दुनिया की सबसे एडवांस ऑटोमैटिक मिसाइल फिलहाल अमेरिका, रूस और चीन के पास हैं. अमेरिका अपनी स्मार्ट AI मिसाइलों के लिए मशहूर है, रूस अपनी हाइपरसोनिक स्पीड मिसाइलों के लिए और चीन अपनी AI और ग्रुप अटैक टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • टेक्नोलॉजी
  • किस देश के पास है दुनिया की सबसे एडवांस ऑटोमैटिक मिसाइल, जानिए किस टेक्नोलॉजी पर करती है काम
Continues below advertisement
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.