स्मार्टफोन को खराब कर देती हैं ये 5 गलतियां, आखिरी वाला तो हर कोई करता है, अभी जान लें सब कुछ
सबसे बड़ी समस्या तब पैदा होती है जब लोग ऑफिशियल स्टोर में ऐप न मिलने पर किसी बाहरी वेबसाइट या थर्ड-पार्टी प्लेटफॉर्म से ऐप इंस्टॉल कर लेते हैं. बाहर से डाउनलोड किए गए ऐप्स में वायरस, स्पायवेयर या ट्रोजन छुपे हो सकते हैं जो आपके फोन की सुरक्षा तोड़कर निजी डेटा, पासवर्ड और यहां तक कि कैमरा-माइक तक का एक्सेस हासिल कर लेते हैं. इससे फोन की स्पीड भी कम हो जाती है और वह बार-बार हैंग होने लगता है. सुरक्षित रहने का सबसे आसान तरीका है कि ऐप्स सिर्फ और सिर्फ प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ही डाउनलोड किए जाएं.
कई बार फोन गर्म हो जाने पर भी लोग तुरंत चार्ज लगा देते हैं जो बैटरी के लिए बेहद खतरनाक साबित होता है. गर्म फोन को चार्ज करने से बैटरी की हेल्थ तेजी से गिरती है और उसकी उम्र भी कम हो जाती है. चार्जिंग के समय फोन का कवर उतार देना चाहिए ताकि गर्मी बाहर निकल सके. साथ ही, फोन को कभी भी धूप में, गर्म सतह पर या नमी वाली जगह पर चार्ज नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे बैटरी को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है.
फोन अपडेट को नजरअंदाज़ करना भी एक आम गलती है. कई यूजर्स अपडेट नोटिफिकेशन देखकर उसे टाल देते हैं जबकि यही अपडेट फोन को तेज, सुरक्षित और स्थिर बनाने के लिए जरूरी होते हैं. नए अपडेट में सिक्योरिटी पैच और बग फिक्स होते हैं, जो फोन को वायरस और हैकिंग से बचाते हैं. इसलिए जैसे ही अपडेट आए, स्थिर वाई-फाई पर उसे इंस्टॉल कर लेना ही बेहतर है.
इसके अलावा, पब्लिक वाई-फाई से कनेक्ट होना भी आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकता है. खुले नेटवर्क पर हैकर्स आसानी से आपके फोन से डेटा चोरी कर सकते हैं या मालवेयर भेज सकते हैं. यदि इंटरनेट का इस्तेमाल जरूरी हो तो सिर्फ सुरक्षित और पासवर्ड-प्रोटेक्टेड नेटवर्क का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए खासकर बैंकिंग जैसे संवेदनशील कामों के लिए.
गलत चार्जर का इस्तेमाल वह गलती है जो लगभग हर कोई कर देता है. सस्ते या नकली चार्जर बैटरी को खराब कर देते हैं और चार्जिंग पोर्ट भी डैमेज हो सकता है. हमेशा ओरिजिनल या अच्छी गुणवत्ता वाले सर्टिफाइड चार्जर का उपयोग ही सुरक्षित माना जाता है ताकि फोन को सही वोल्टेज और एम्पियर मिल सके.