AI बना पुलिस का नया हथियार! महाराष्ट्र में 36 घंटे में सुलझा सनसनीखेज़ हिट-एंड-रन केस, जानें कैसे
नागपुर ग्रामीण के एसपी हर्ष पोद्दार के अनुसार, पुलिस ने इस मामूली जानकारी के आधार पर सीसीटीवी फुटेज खंगाला और उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिद्म से प्रोसेस किया. पहला एल्गोरिद्म ट्रकों के फुटेज को स्कैन कर सिर्फ लाल निशान वाले ट्रकों को पहचानता गया. दूसरा एल्गोरिद्म उन ट्रकों की औसत गति का विश्लेषण कर यह बताने में मदद करता रहा कि कौन सा ट्रक सबसे अधिक संदिग्ध है.
इसी तकनीक की मदद से पुलिस ने संदिग्ध ट्रक को चिन्हित किया और नागपुर से करीब 700 किलोमीटर दूर ग्वालियर-कानपुर हाईवे से ट्रक समेत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूरा मामला सिर्फ 36 घंटे में सुलझ गया.
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में MARVEL (Maharashtra Research and Vigilance for Enhanced Law Enforcement) नाम का विशेष एआई प्लेटफ़ॉर्म बनाया है. यह देश का पहला राज्य स्तरीय पुलिस एआई सिस्टम है. इसका उद्देश्य है कानून-व्यवस्था से जुड़े मामलों में एआई का इस्तेमाल, सरकारी विभागों के डेटा का विश्लेषण कर समाधान निकालना, बाहरी कंपनियों पर निर्भरता कम करना. अब तक 13 विभागों के साथ मिलकर इस प्लेटफ़ॉर्म से अलग-अलग एआई समाधान तैयार किए जा चुके हैं.
पहले पुलिस को टेराबाइट्स डेटा (जैसे सीसीटीवी फुटेज, टेलीकॉम डेटा, वित्तीय रिकॉर्ड) को मैनुअली खंगालना पड़ता था. इसमें हफ़्तों से लेकर महीनों का समय लगता और मानवीय भूल की संभावना भी बनी रहती थी. अब एआई की मदद से वही काम कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाता है.
उदाहरण के तौर पर, इस केस में 12 घंटे का सीसीटीवी फुटेज महज़ 12-15 मिनट में एनालाइज़ हो गया. इससे जांच की रफ़्तार कई गुना तेज़ हो गई और अपराधी को जल्दी पकड़ना संभव हुआ. नागपुर हिट-एंड-रन केस ने दिखा दिया कि एआई सिर्फ टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं बल्कि यह अपराध सुलझाने और न्याय दिलाने में भी अहम हथियार बन चुका है.