अगर आप भी कर रहे हैं ये गलती तो हो जाइए सावधान नहीं तो फट सकती है इन्वर्टर की बैटरी
ठीक वैसे ही जैसे कभी-कभी एसी फटने की खबरें आती हैं, उसी तरह इन्वर्टर की बैटरी में भी विस्फोट हो सकता है. चलिए जानते हैं कि किन बड़ी गलतियों की वजह से ऐसा हादसा हो सकता है. इन्वर्टर की बैटरी से गैसें निकलती हैं, जो अगर बंद या कम हवा वाली जगह पर जमा हो जाएं तो ज़रा सी चिंगारी से बड़ा ब्लास्ट हो सकता है.
गर्मी के मौसम में बैटरी पहले से ही गरम हो जाती है, ऐसे में उचित वेंटिलेशन यानी खुली हवा का प्रवाह बहुत जरूरी है. अगर बैटरी को बंद कमरे में या ऐसी जगह रखा गया है जहां हवा नहीं जा पा रही, तो ओवरहीटिंग के कारण विस्फोट की आशंका और भी बढ़ जाती है.
इन्वर्टर की वायरिंग समय-समय पर जांचते रहना चाहिए. अगर वायर ढीली हो या कमज़ोर क्वालिटी की हो, तो शॉर्ट सर्किट और आग लगने का खतरा बना रहता है. हमेशा अच्छी क्वालिटी की वायरिंग इस्तेमाल करें और कनेक्शन मज़बूत हों इसका ध्यान रखें. इसके अलावा, इन्वर्टर की क्षमता से अधिक लोड न दें. जितना बैकअप बैटरी दे सकती है, उतना ही इस्तेमाल करें, वरना इन्वर्टर ओवरलोड होकर खराब हो सकता है और गंभीर हादसा हो सकता है.
हर इलेक्ट्रॉनिक चीज़ की एक समय सीमा होती है, और बैटरी भी समय के साथ कमजोर हो जाती है. अगर आपकी बैटरी कई साल पुरानी हो चुकी है या कहीं से फूली या डैमेज है, तो उसका इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है. ऐसी बैटरी के अंदर रासायनिक प्रतिक्रिया अनियंत्रित हो सकती है जिससे ब्लास्ट का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए समय पर बैटरी बदलें और अगर कोई डैमेज दिखे तो उसे नजरअंदाज न करें.
इन्वर्टर हमारे जीवन को सुविधाजनक बनाते हैं, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है. सही जगह पर बैटरी रखें, वायरिंग ठीक रखें और समय पर बैटरी बदलें, ये छोटी-छोटी सावधानियां आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती हैं.