सरकार की सख्त चेतावनी! WhatsApp पर ये गलती की तो सीधा जेल, एक मेसेज आपकी ज़िंदगी बदल सकता है
इस ठगी की शुरुआत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फैले ऐसे विज्ञापनों से होती है जो ऑनलाइन कमाई का झांसा देते हैं. स्कैमर्स आपसे संपर्क करते हैं और बताते हैं कि आपको सिर्फ एक छोटा-सा डिजिटल टास्क करना है. इसके बाद वे आपको एक ऐसी वेबसाइट या ऐप पर ले जाते हैं जहां एक WhatsApp Web का QR कोड दिखाया जाता है.
वे इसे स्कैन करने को कहते हैं मानो यह किसी रजिस्ट्रेशन की पुष्टि हो. लेकिन जैसे ही आप इसे स्कैन करते हैं आपका WhatsApp किसी अनजान डिवाइस से लिंक हो जाता है ठीक उसी तरह जैसे आप खुद लैपटॉप पर WhatsApp Web चलाते हैं.
बात यहीं खत्म नहीं होती. एक बार जब स्कैमर का डिवाइस आपके WhatsApp से जुड़ जाता है तो उसे आपकी चैट, कॉन्टैक्ट्स, मैसेज भेजने और अकाउंट के दुरुपयोग की पूरी आजादी मिल जाती है. यह सब चुपचाप होता है, बिना किसी अलर्ट के और आपको पता भी नहीं चलता कि आपका अकाउंट किसी और के नियंत्रण में जा चुका है. यही कारण है कि इस स्कैम को 'WhatsApp Mule Scam' कहा जा रहा है क्योंकि स्कैमर्स आपके नंबर का इस्तेमाल करके दुनिया भर में फ्रॉड करते हैं, जबकि फंसने वाला असली व्यक्ति आप बनते हैं.
I4C के मुताबिक, इन म्यूल अकाउंट्स का इस्तेमाल इंटरनेशनल ठगी के लिए किया जाता है. स्कैमर्स आपके नाम से लोगों को फिशिंग लिंक्स भेजते हैं, पैसों की डिमांड करते हैं या कोई निवेश धोखा रचते हैं. चूंकि मैसेज आपके नंबर से जाते हैं, पीड़ित लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं. और जब पुलिस जांच करती है तो निशाना आपका नंबर बनता है जिससे कानूनी मुसीबत सीधे आपके सिर आ सकती है.
ऐसे मामलों से बचने के लिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है. किसी भी अनजान QR कोड को स्कैन न करें, चाहे ऑफर कितना भी आकर्षक क्यों न लगे. WhatsApp की सेटिंग्स में जाकर ‘Linked Devices’ जरूर चेक करते रहें और अगर कोई अनजान डिवाइस दिखे तो तुरंत लॉग आउट कर दें.
साथ ही टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखना बेहद जरूरी है ताकि आपका अकाउंट ज्यादा सुरक्षित रहे. याद रखें असली कंपनियां कभी भी आपसे WhatsApp अकाउंट लिंक करने या किराए पर देने की मांग नहीं करतीं. कुछ पैसों के लालच में अपनी डिजिटल पहचान को जोखिम में डालना बेहद खतरनाक हो सकता है.