क्या ठीक-ठाक व्यक्ति को भी स्क्रीन यूज करते वक्त चश्मा पहनना चाहिए? अगर 'हां', तो कौन-सा?
भले ही आपकी आंखों का विजन ठीक हो, लेकिन लगातार कंप्यूटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करने से आंखों में स्ट्रेन, थकान और परेशानी महसूस हो सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन ब्लू लाइट (Blue Light) का उत्सर्जन करती है.
यह ब्लू लाइट नेचुरल स्लीप साइकिल को खराब कर सकती है. इसके साथ ही, इससे सिरदर्द, आंखों में स्ट्रेन और दृष्टि संबंधी अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. ऐसे में, अगर आप लगातार कंप्यूटर पर काम करते हैं तो आप ब्लू लाइट से बचने के लिए एंटी ब्लू लाइट वाला चश्मा बनवा सकते हैं.
भले ही सामान्य दृष्टि वाले किसी व्यक्ति के लिए कोई चश्मा आवश्यक न हो, फिर भी आप आंखों के तनाव को कम करने और नीली रोशनी के प्रभावों से बचने के लिए ब्लू लाइट फिल्टर वाला चश्मा पहन कर सकते हैं.
एंटी-रिफ्लेक्टिव कोटिंग वाले चश्मे चकाचौंध को कम करते हैं. इससे दृश्य स्पष्टता में सुधार होता है, जबकि ब्लू लाइट फिल्टर वाले चश्मे आंखों तक पहुंचने वाली ब्लू लाइट की मात्रा को कम करते हैं.
हालांकि, किसी व्यक्ति की विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए चश्मा या अन्य लेंस जरूरी हैं या नहीं, यह निर्धारित करने के लिए नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद जरूरी है. आप अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए 20-20-20 नियम का पालन कर सकते हैं, जिसमें आंखों के तनाव को कम करने के लिए हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लेना और 20 फीट दूर कुछ देखना शामिल है.