क्या इंसानों की तरह ही काम करता है ChatGPT-4? ये 7 बातें जानने के बाद आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे...
ChatGPT बेहतर तरीके से जवाब देने के लिए जाना जाता है. ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI का कहना है कि GPT-3.5 और GPT-4 के बीच कम ही अंतर है. हालांकि, GPT-4 को GPT-3 या GPT-3.5 की तुलना में अधिक विश्वसनीय, क्रिएटिव और अधिक बारीकी से काम कर सकता है.
GPT-4 इमेज इनपुट को भी समझ सकता है. सरल शब्दों में बताएं तो यह Google लेंस के जैसे काम करके टेक्स्ट बेस जानकारी ऑफर कर सकता है. वहीं, ChatGPT सिर्फ टेक्स्ट के रूप में ही इनपुट लेता है.
GPT-4 GPT-3.5/GPT-3 की तुलना में कई अन्य भाषाओं को भी समझ सकता है. कहा गया है कि GPT-4 API उपलब्ध हो जाने के बाद, भारतीय डेवलपर इसे अपने टूल्स में शामिल कर सकेंगे. इससे कई लोगों की मदद होगी, जिन्हें अपनी भाषा में राइटिंग पसंद है.
GPT-4 पिछली पीढ़ी के लार्ज लैंग्वेज मॉडल की तुलना में काफी क्रिएटिव है. यह टेक्निकल राइटिंग टास्क को काफी अच्छे से एडिट और जेनरेट कर सकता है. इसकी सहायता से आप गाने बना सकता हैं, स्क्रीनप्ले लिख सकते हैं और राइटिंग स्टाइल सीख सकते हैं.
OpenAI के अनुसार, GPT-4 ने कई एग्जाम को पास किया है. इसने SAT एविडेंस-बेस्ड रीडिंग एंड राइटिंग में 710/800 स्कोर किया है. जबकि, इसी परीक्षा में GPT-3.5 ने 670/800 स्कोर किया. मेडिकल नॉलेज सेल्फ असेसमेंट प्रोग्राम में GPT-4 को 75% और GPT-3.5 को 53 % मिले.
तस्वीर इनपुट को लेकर तो बात सामने आ गई है, लेकिन OpenAI ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि क्या GPT-4 टेक्स्ट इनपुट को वीडियो में बदल सकता है. वहीं, Microsoft ने घोषणा की है कि उन AI के पास यह क्षमता है.
GPT-4 डेली एजेंडा भी तैयार कर सकता है. यूजर्स दैनिक एजेंडा बनाने के लिए ईमेल और कैलेंडर का आंकलन करने के लिए GPT-4 टूल से मदद ले सकते हैं.