हड़ताल के बाद Blinkit की सर्विस शुरू हुई या नहीं? Zomato ने बताया कि क्यों बंद की थी डिलीवरी
राजधानी में कम से कम 50 स्टोर बंद थे और इसके पीछे का कारण डिलीवरी पार्टनर्स की हड़ताल थी डिलीवरी पार्टनर्स ने कहा कि ब्लिंकिट ने उनके पेमेंट को 25 रुपये प्रति डिलीवरी से घटाकर 15 रुपये कर दिया है. डिलीवरी पार्टनर्स को पेमेंट कम करने से दिक्कत थी.
डिलीवरी पार्टनर्स ने जमकर हड़ताल की, जिसकी वजह से स्टोर बंद करने पड़े. अब पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जोमैटो ने कहा है कि हड़ताल से प्रभावित अधिकांश स्टोरों ने परिचालन फिर से शुरू कर दिया है.
स्टोर बंद करने के कारण के बारे में बात करते हुए, कंपनी ने कहा, हमें अपने कर्मचारियों और डिलीवरी पार्टनर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ दिनों के लिए कुछ स्टोर बंद करने पड़े. हालांकि, कंपनी ने अपने डिलीवरी पार्टनर्स के संशोधित पेमेंट स्ट्रक्चर का खुलासा नहीं किया.
जोमैटो ने पिछले साल 55 करोड़ डॉलर में ब्लिंकिट को टेकओवर किया था. ब्लिंकिट को पहले ग्रोफर्स के नाम से जाना जाता था.
इस साल जनवरी में, Zomato के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने अपने लिंक्डइन अकाउंट पर पांच पदों के लिए विज्ञापन पोस्ट किए थे. ये पद थे - चीफ ऑफ स्टाफ टू सीईओ, जनरलिस्ट, ग्रोथ मैनेजर, प्रोडक्ट ओनर और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर. चीफ ऑफ स्टाफ टू सीईओ के पद के लिए गोयल ने लिखा कि उम्मीदवार को '24*7' काम करने के लिए तैयार होना चाहिए और 'वर्क-लाइफ बैलेंस' को भूल जाना चाहिए.