दुनिया के सबसे सेफेस्ट ब्राउजर को यूज नहीं करते ज्यादातर भारतीय, इस ब्राउजर से रहते हैं चिपके
एपल सफारी काफी सुरक्षित है और इसमें डेटा लीक होने का खतरा नहीं है. हालांकि, फिर भी बहुत कम लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. स्टेटकाउंटर की एक रिपोर्ट के अनुसार, सफारी का एक्टिव यूजरबेस 11.87 प्रतिशत है. इसमें से भारतीयों की संख्या सिर्फ 1 प्रतिशत है.
रिपोर्ट यह भी कहती है कि एपल सफारी दुनिया का सबसे सुरक्षित ब्राउजर है. हालांकि, यह ब्राउजर यूजरबेस और लोकप्रियता के मामले में दूसरे नंबर पर आ जाता है. फिर पहले नंबर पर कौन है?
स्टेटकाउंटर की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल क्रोम 66.13 प्रतिशत यूजरबेस के साथ दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला ब्राउजर है. अगर बात माइक्रोसॉफ्ट ऐज की हो, तो यह 11 प्रतिशत यूजरबेस के साथ तीसरे नंबर पर है.
सफारी ब्राउजर के साथ एक खामी है. इसे एंड्रॉयड यूजर्स इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. यह सिर्फ एपल के प्रोडक्ट पर अवेलेबल हैं. वहीं, क्राइम iOS और एंड्रॉयड दोनों पर अवेलेबल है.
अमेरिकन कंपनी एपल ने सफारी को साल 2003 में लॉन्च किया था. यह ब्राउजर आईफोन (iPhone) से लेकर आईपैड (iPad) तक में ऑटोमैटिक इंस्टॉल आता है. इसमें कई ऐसे फीचर्स दिए गए हैं, जो यूजर को मैलवेयर डिटेक्ट होने पर नोटिफिकेशन भेज देते हैं.