In Pics: वाराणसी सेंट्रल जेल की अनूठी पहल, 300 कैदियों को सिल्क की साड़ी बनाने में किया पारंगत
वाराणसी सेंट्रल जेल में बंद 300 कैदियों ने साड़ी बुनने का हुनर सीख लिया है. केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय की तरफ से आयोजित कार्यशाला में कैदियों को स्किल डेवलेपमेंट का प्रशस्ति प्रमाण पत्र सौंपा गया.
जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि कैदियों की बनाई साड़ियों को मार्केट में बेचने के लिए सरकार से सहयोग मांगा गया है. पारंगत हुए कैदियों के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कैदियों को रेशम से साड़ी बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है. 300 कैदी साड़ी बुनने का हुनर सीखकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे.
आनेवाले समय में जेल प्रशासन की तरफ से 300 और कैदियों को प्रशिक्षित करने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है. उन्होंने कहा कि कच्चा माल दूसरी संस्था से लेना पड़ता है.
आने वाले समय में जेल प्रशासन की कोशिश है कि रेशम उत्पादन के माध्यम से कैदियों को सेंट्रल जेल में सुविधा मिल सके. जेल सुपरिंटेंडेंट कैदियों की मेहनत और लगन को सराहा.
सेंट्रल जेल के कैदियों को रेशन बुनाई और रंगाई की ट्रेनिंग दी गई. जेल की सजा काटने के बाद 300 कैदी आत्मनिर्भर होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे.