लखनऊ में बारिश के बाद डूब गए कई इलाके, राजधानी में लोगों की जिन्दगी हुई अस्त-व्यस्त, तस्वीरों में देखें हालात
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दिन की बारिश ने तबाही मचा दी है. लखनऊ में शुक्रवार सुबह 3 बजे दिलकुशा कॉलोनी में दीवार गिरने से 9 लोगों की दबकर मौत हो गई.
जिला प्रशासन ने अपनी एडवाइजरी में लोगों को पूरी सावधानी बरतने के लिए कहा है. लोगों से पुराने और कमजोर इमारतों और भवनों से सावधान रहने को कहा है.
राजधानी में हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. लखनऊ के कई इलाकों में गलियों में पानी भर गया है और नाले लबालब भर गए हैं.
हरदोई-लखनऊ हाईवे पर भतोइया गांव के पास तेज बारिश, हवाओं से सड़क किनारे लगा नीम पेड़ सड़क पर गिरने से जाम लग गया. करीब आधे घंटे मशक्कत के बाद पुलिस की ओर से पेड़ को हटवाया गया.
बारिश के कारण लोगों को जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. आम आदमी को बारिश के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा. बारिश ने लोगों को घर में कैद कर दिया.
लखनऊ में बीते 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. 24 घंटे में लखनऊ में 160 मिमी बरसात हुई है. साल 2012 में 14 सितंबर को 138 मिलीमीटर की बारिश होने का रिकॉर्ड था.
लखनऊ में लगातार हो रही बारिश के कारण पार्क रोड पर जलभराव हो गया. जिसके कारण वीआईपी माने जाने वाले इस रोड़ पर लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा.
जिला प्रशासन ने अपनी एडवाइजरी में लोगों को पूरी सावधानी बरतने के लिए कहा है. लोगों से पुराने और कमजोर इमारतों और भवनों से सावधान रहने को कहा है.
इससे पहले गुरुवार को भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित ज्यादातर जिलों में गुरुवार को झमाझम बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई है. भारी बारिश की वजह से राजधानी लखनऊ का पारा तीन डिग्री से ज्यादा गिर गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिलकुशा हादसे पर शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में 427.2 मिलीमीटर बारिश हुई है. इसके अलावा 48 घंटों में बारिश के कारण 34 लोगों की मौत हो गई.