Famous Place Of Jhansi: अगर आप भी रखते हैं इतिहास में रुचि तो झांसी की इन जगहों करें एक्सप्लोर, जानें इनके बारे में सबकुछ
Jhansi: यूपी का खूबसूरत शहर झांसी दक्षिण में बेतवा नदी के तट पर बसा हुआ है. ये शहर रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की भी गवाही देता है. इसके अलावा भी झांसी में कई ऐसे पर्यटक स्थल है जो इतिहास की अनोखी झलक दिखाते हैं. वहीं अगर आप भी इतिहास को जानने के शौकीन है तो इसके लिए झांसी सबसे बेस्ट जगह है.आज इस रिपोर्ट में हम आपको यहां कि सबसे फेमस जगहों के बारे में ही बताने जा रहे हैं......
झांसी फोर्ट - झांसी का भव्य किला बगीरा पहाड़ी की चोटी पर स्थित है. इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में किया गया था. जोकि राजा बीर सिंह देव ने करवाया था. इस किले में एक सुंदर मंदिर भी बना हुआ है जो भगवान गणेश को समर्पित मंदिर है और एक म्यूजियम भी इस किले में देखा जा सकता है, जो चंदेला वंश के अवशेषों को समर्पित है.
झांसी म्यूजियम - झांसी में बना सरकारी संग्रहालय देश के सबसे संग्रहालयों में से एक है. इसका निर्माण 19वीं शताब्दी में किया गया था. ये संग्रहालय झांसी के साथ बुंदेलखंड क्षेत्र के समृद्ध इतिहास को भी दर्शाता है.
रानी महल, झांसी – झांसी का रानी महल रानी लक्ष्मी बाई का शाही महल है. इसे 18वीं शताब्दी में बनाया गया था. बताया जाता है कि महल का एक बड़ा हिस्सा भारतीय विद्रोह के दौरान नष्ट हो गया था. जिसे 9वीं शताब्दी की कलाकृतियों और रानी लक्ष्मीबाई के जीवन के साथ एक संग्रहालय में पुनर्निर्मित कर दिया गया था. इस महल में पर्यटक सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक जा सकते हैं.
सेंट जूड्स श्राइन – ये एक रोमन कैथोलिक लैटिन चर्च है. जोकि सेंट जूड थडियस को समर्पित है. इस चर्च का निर्माण कई सालों पहले फ्रांसिस जेवियर फेनेच ने करवाया था. बता दें कि इस चर्च में हर साल 28 अक्टूबर के दिन दुनियाभर से ईसाई धर्म के लोग यहां आते हैं और सेंट जूड का पर्व मनाते हैं.
राजा गंगाधर राव की छत्री – ये छत्री राजा के निधन के बाद रानी लक्ष्मीबाई ने साल 1853 में बनवाया गया था. जानकारी के अनुसार इस छत्री पर रानी हर रोज जाया करती थी. ये स्मारक सुबह 9 बजे से 6 बजे के बीच देख सकते हैं. इसकी फीस 200 रूपए है.