खब्बू तिवारी से लेकर कुलदीप सिंह सेंगर तक, यूपी चुनाव से पहले इन विधायकों की सदस्यता हो चुकी है रद्द, जानिए वजह
UP Election 2022: यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है. वहीं इन चुनावों ठीक पहले अयोध्या की गोसाइगंज सीट से बीजेपी विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर दिया गया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खब्बू तिवारी ऐसे पहले नेता नहीं जिनकी सदस्यता चुनावों से ठीक पहले रद्द की गई हो, इससे पहले भी तीन नेताओं को अपने पद से हाथ धोना पड़ा है. चलिए जानते हैं उन नेताओं का नाम और सदस्यता रद्द होने की वजह.....
उत्तर प्रदेश विधानसभा से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की भी सदस्यता रद्द की गई थी. बता दें कि हाईकोर्ट ने 16 दिसंबर 2019 को अब्दुल्ला आजम के निर्वाचन को रद्द कर दिया था क्योंकि चुनाव के वक्त अब्दुल्लाह 25 साल के नहीं थे और उन पर फर्जी दस्तावेज लगाकर चुनाव लड़ने का आरोप था.
वहीं हमीरपुर से बीजेपी विधायक अशोक चंदल को हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा मिलने के उनकी सदस्यता को रद्द कर दिया गया था. विधानसभा में चंदेल का स्थान 19 अप्रैल से रिक्त घोषित किया गया है. बता दें कि इसी दिन हाईकोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई थी.
दरअसल बीजेपी नेता खब्बू तिवारी फर्जी मार्कशीट केस में दोषी पाए गए थे और 18 अक्टूबर 2021 को एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा उन्हें 5 साल की सजा भी सुनाई गई थी. जिसके बाद उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है.
बीजेपी के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 20 दिसंबर 2019 को उन्नाव रेप केस में दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. जिसके बाद उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा.