Shardiya Navratri 2022: यूपी के आजमगढ़ में है मां काली का दक्षिणमुखी मंदिर, नवरात्रों में करें यहां दर्शन हर मुराद होगी पूरी
Navratri Special 2022: भारत आस्था और धर्म की महिमा से रचा बसा देश है. पुरातन सनातन धार्मिक मान्यताओं में भक्तों और श्रद्धालुओं का गहरा विश्वास है. वहीं माता के भक्तों की बात ही अलग है. आज हम आपको मां के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जो ना सिर्फ बेहद प्राचीन है बल्कि यहां दूर-दूर से भक्त मन्नत मांगने आते हैं. आजमगढ़ (Azamgarh) जिले के चौक में दक्षिण मुखी मां काली का मंदिर (Dakshmukhi Maa Kali Temple) स्थित है. ये मंदिर 200 साल से भी ज्यादा पुराना माना जाता है. नवरात्र के दौरान तो इस मंदिर की छठा ही निराली हो जाती है. यहां हर दिन बड़ी संख्या में भक्त मां काली के दर्शनों के लिए आते हैं. मान्यता है कि यहां आकर दर्शनों के बाद मां का आशीर्वाद लेने पर भक्तों की हर मुराद पूरी हो जाती है.
पूरे देश में सिर्फ दो ही दक्षिणमुखी मंदिर मौजूद हैं. पहना मंदिर कोलकाता में है तो दूसरा दक्षिणमुखी मंदिर आजमगढ़ में मां काली का धाम है.
यहां अपने मन की मुराद लेकर ना सिर्फ देश बल्कि दुनिया के कई हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचते हैं.
दक्षिण मुखी मां काली के इस मंदिर को तांत्रिक मंदिर माना जाता है. इसी वजह से यहां भक्तों की आस्था और ज्यादा दिखाई देती है.
यहां सिर्फ आम इंसान ही नहीं बल्कि प्रशासनिक अफसर भी बड़ी आस्था रखते हैं. मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों की मानें तो इस जिले में तैनात रहे कई अफसर ऐसे भी हैं जो ट्रांसफर होने का बाद भी लगातार मां के दर्शनों के लिए यहां आते रहते हैं.
साथ ही सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि देश के तमाम राज्यों से माता के भक्त यहां दर्शन कर मां का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं.