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महाकुंभ में जहां मची दूसरी भगदड़, वहां कैसे थे हालात? आईं तस्वीरें, गत्ते से पुलिसकर्मी कर रहे थे हवा
उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में सिर्फ एक जगह भगदड़ नहीं मची थी बल्कि दूसरी जगह की भी खबर सामने आ रही है. चश्मदीदों का दावा है कि यहां भी कुछ लोगों की मौत हुई है हालांकि प्रशासन चुप्पी साधे हुए है.
महाकुंभ में दूसरी जगह भगदड़ का भी दावा
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मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में संगम नोज़ के पास बड़ा हादसा हुआ था. जिसमें 30 श्रद्धालुओं की जान गई थी. बुधवार रात करीब 1 बजे हुए उस हादसे की भयावह तस्वीरें सबने देखीं.अब खबर है कि संगम नोज पर भगदड़ के करीब डेढ़ से 2 घंटे बाद ही मेला क्षेत्र के महावीर मार्ग पर फिर से दूसरी बार भगदड़ हुई. जिसकी तस्वीरें आगे आप देखेंगे.
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यानि संगम नोज पर हुए हादसे के बाद भी प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया. अगर लिया होता तो कुछ ही घंटों के अंदर फिर से ऐसा मंजर नहीं दिखता. चश्मदीदों की मानें तो इस हादसे में भी कुछ लोगों की जान गई है. लेकिन प्रशासन की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
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महावीर मार्ग पर दूसरी भगदड़ को लेकर लगातार जो जानकारी आ रही है. उसके मुताबिक भगदड़ का समय रात करीब 3 बजे था. लेकिन सुबह करीब 9 बजे तक हालात भयावह बने रहे.
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पहली भगदड़ अखाड़ा मार्ग पर हुई थी. और दूसरी भगदड़ महाकुंभ मेला क्षेत्र के महावीर मार्ग पर हुई. मौनी अमावस्या पर लाखों की संख्या में लोग संगम नोज़ की तरफ जाना चाहते थे, जबकि संगम नोज़ पर पहले ही भारी भीड़ थी. लोग एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रहे थे.
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भीड़ में पुरूष, महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे सब थे. भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग ना आगे जा पा रहे है और ना पीछे हो पा रहे थे. स्थिति बिगड़ती गई. और लोग एक दूसरे पर चढ़ने लगे, जिसके बाद भगदड़ मचने लगी
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लोग सिसक रहे थे. बच्चे रो रहे थे. मौके पर मौजूद पुलिस वालों ने लोगों को हटाने की कोशिश की. लेकिन भीड़ बहुत ज्यादा थी और पुलिसकर्मियों की संख्या कम. जिसकी वजह से हालात कंट्रोल में नहीं आए.
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भीड़ में फंसे लोगों को पुलिस वाले गत्ते से हवा कर रहे थे. ताकि लोगों को सांस आए, लेकिन लाखों की भीड़ में ये सब नाकाफी था.
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जिस जगह पर मौनी अमावस्या पर दूसरी भगदड़ हुई थी. उस जगह पर एक स्टोर था. लोग जान बचाने के लिए स्टोर में घुसने लगे. भीड़ की वजह से महिलाओं और बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. बेहोश हो रहे लोगों को पानी दिया गया. लेकिन पानी खत्म होने के बाद लोगों की सांसें उखड़ने लगी. स्टोर के अंदर ही कई महिला श्रद्धालु बदहवाश हो गई थी.
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कुछ देर में स्थिति को तो कंट्रोल कर लिया गया. लेकिन भगदड़ के बाद हालात बेहद भयावह थे. जूते, कपड़े, चप्पल, बैग. जहां तहां पड़े हुए थे. कई लोग अपनों को ढूंढ रहे थे.
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दावा किया जा रहा है कि ट्रैक्टर ट्राली में सामान हटाया गया था. हालांकि प्रशास ने इस मामले पर भी चुप्पी साध रखी है.
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उधर, महाकुंभ में बसंत पंचमी पर 3 फरवरी को फिर करोड़ों लोगों के आने का अनुमान है. मौनी अमावस्या अमृत स्नान भगदड़ के बाद चुनौतियां बढ़ी है इसलिए यूपी सरकार से लेकर मेला क्षेत्र प्रशासन तक अलर्ट मोड पर है कई बड़े बदलाव किए गए है.
Published at : 30 Jan 2025 08:43 PM (IST)
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