एक्सप्लोरर

बिहार चुनाव एग्जिट पोल 2025

(Source:  Poll of Polls)

शहीद दिवस पर आजमगढ़ के लाल राम समुझ यादव को पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि, देखें तस्वीरें

Azamgarh News: आजमगढ़ में कारगिल शहीद दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सूबेदार मेजर के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने शहीद रामसमुझ यादव की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

Azamgarh News: आजमगढ़ में कारगिल शहीद दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सूबेदार मेजर के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने शहीद रामसमुझ यादव की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

कारगिल युद्ध में शहीद राम समुझ यादव को दी गई श्रद्धांजलि

1/7
Kargil Vijay Diwas 2024 News: देश आज कारगिल शहीद दिवस की 25वीं वर्षगांठ बना रहा है. वर्ष 1999 का कारगिल युद्ध जिसमें देश की आन बान शान की रक्षा के लिए सैकड़ों जवानों ने जान गंवा दी, लेकिन देश पर आंच नही आने दी. उन्हीं शहीद जवानों में एक आजमगढ़ के राम समुझ यादव भी हैं, जिन्होंने तेज बुखार के बीच न केवल 56/85 पहाड़ी पर चढ़ाई की बल्कि अपनी आठ सदस्यीय टीम के साथ चोटी पर पाक के 21 सैनिकों को मौत के घाट उतार चौकी पर कब्जा किया. इस लड़ाई में हिदुस्तान के आठ में से सात जवान शहीद हो गए थे.
Kargil Vijay Diwas 2024 News: देश आज कारगिल शहीद दिवस की 25वीं वर्षगांठ बना रहा है. वर्ष 1999 का कारगिल युद्ध जिसमें देश की आन बान शान की रक्षा के लिए सैकड़ों जवानों ने जान गंवा दी, लेकिन देश पर आंच नही आने दी. उन्हीं शहीद जवानों में एक आजमगढ़ के राम समुझ यादव भी हैं, जिन्होंने तेज बुखार के बीच न केवल 56/85 पहाड़ी पर चढ़ाई की बल्कि अपनी आठ सदस्यीय टीम के साथ चोटी पर पाक के 21 सैनिकों को मौत के घाट उतार चौकी पर कब्जा किया. इस लड़ाई में हिदुस्तान के आठ में से सात जवान शहीद हो गए थे.
2/7
आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील क्षेत्र के नत्थूपुर गांव के किसान परिवार में जन्में रामसमुझ पुत्र राजनाथ यादव तीन भाई बहनों में बड़े थे. उनका सपना सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना था. उनका यह सपना वर्ष 1997 में पूरा हुआ, जब वारणसी में वे आर्मी में भर्ती हो गए. इनकी ज्वाइनिंग 13 कुमाऊं रेजीमेंट में हुई और पहली पोस्टिंग सियाचिन ग्लेशियर पर हुई.
आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील क्षेत्र के नत्थूपुर गांव के किसान परिवार में जन्में रामसमुझ पुत्र राजनाथ यादव तीन भाई बहनों में बड़े थे. उनका सपना सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना था. उनका यह सपना वर्ष 1997 में पूरा हुआ, जब वारणसी में वे आर्मी में भर्ती हो गए. इनकी ज्वाइनिंग 13 कुमाऊं रेजीमेंट में हुई और पहली पोस्टिंग सियाचिन ग्लेशियर पर हुई.
3/7
तीन महीने बाद सियाचिन ग्लेशियर से नीचे आने के बाद परिवार के कहने पर राम समुझ ने छुट्टी के लिए अप्लाई किया. छुट्टी मंजूर हो गई और परिवार के लोग शादी की तैयारी में जुट गए. इसी बीच कारगिल का युद्ध शुरू हुआ और राम समुझ की छुट्टी रद्द कर कारगिल भेज दिया गया ओर वह कारगिल में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए. राम समुझ की शहादत पर परिवार को गर्व है. शहीद के पिता राजनाथ यादव, भाई प्रमोद यादव और माता प्रतापी देवी कहती हैं कि उन्हें आगे भी मौके मिला तो अपने परिवार के बच्चों को सेना में भेजेंगी.
तीन महीने बाद सियाचिन ग्लेशियर से नीचे आने के बाद परिवार के कहने पर राम समुझ ने छुट्टी के लिए अप्लाई किया. छुट्टी मंजूर हो गई और परिवार के लोग शादी की तैयारी में जुट गए. इसी बीच कारगिल का युद्ध शुरू हुआ और राम समुझ की छुट्टी रद्द कर कारगिल भेज दिया गया ओर वह कारगिल में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए. राम समुझ की शहादत पर परिवार को गर्व है. शहीद के पिता राजनाथ यादव, भाई प्रमोद यादव और माता प्रतापी देवी कहती हैं कि उन्हें आगे भी मौके मिला तो अपने परिवार के बच्चों को सेना में भेजेंगी.
4/7
कारगिल युद्ध के दौरान राम समुझ को जब 56/85 पहाड़ी पर हमले को कहा गया. उनकी टुकड़ी में एक कमांडर और सात जवान थे. उन्हें रात में चढ़ाई करनी थी और सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर अटैक करना था. पाक सैनिक पहाड़ी की चोटी पर थे. ऊपर से पत्थर भी गिराते थे तो भारतीय सेना को क्षति पहुंचती थी. एक तरफ पड़ाही बिल्कुल सीधी थी जिसपर चढना आसान नहीं था. उस तरफ नजर भी कम होती थी, इसलिए उसी तरफ से रात में चढ़ने का फैसला किया गया. इस पहाड़ी पर 56 फुट के बाद 85 फुट तक केवल रस्सी से ही चढ़ा जा सकता है.
कारगिल युद्ध के दौरान राम समुझ को जब 56/85 पहाड़ी पर हमले को कहा गया. उनकी टुकड़ी में एक कमांडर और सात जवान थे. उन्हें रात में चढ़ाई करनी थी और सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर अटैक करना था. पाक सैनिक पहाड़ी की चोटी पर थे. ऊपर से पत्थर भी गिराते थे तो भारतीय सेना को क्षति पहुंचती थी. एक तरफ पड़ाही बिल्कुल सीधी थी जिसपर चढना आसान नहीं था. उस तरफ नजर भी कम होती थी, इसलिए उसी तरफ से रात में चढ़ने का फैसला किया गया. इस पहाड़ी पर 56 फुट के बाद 85 फुट तक केवल रस्सी से ही चढ़ा जा सकता है.
5/7
शाहीद रामसमुझ यादव के छोटे भाई प्रमोद यादव ने बताया कि उनके बड़े भाई कारगिल युद्ध में 30 अगस्त 1999 को शहीद हुए थे.  तब उनकी उम्र 10 वर्ष की थी. गर्व है कि वह शहीद के भाई हैं. बताया कि रामसमुझ यादव का बचपन गरीबी में बीता था, लेकिन देश सेवा का जज्बा दिए वह सेवा में भर्ती हुए. बताया कि बड़े भाई की याद में प्रतिवर्ष 30 अगस्त को वह शहीद मेले का आयोजन करते हैं, जिससे कि लोग राम समुझ को याद कर सके और युवा पीढ़ी को सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का प्रेरणा मिले. उन्होंने बताया कि राम समुझ यादव से प्रेरणा लेकर उनके परिवार के कई युवक सेवा में भर्ती हुए हैं. 
शाहीद रामसमुझ यादव के छोटे भाई प्रमोद यादव ने बताया कि उनके बड़े भाई कारगिल युद्ध में 30 अगस्त 1999 को शहीद हुए थे.  तब उनकी उम्र 10 वर्ष की थी. गर्व है कि वह शहीद के भाई हैं. बताया कि रामसमुझ यादव का बचपन गरीबी में बीता था, लेकिन देश सेवा का जज्बा दिए वह सेवा में भर्ती हुए. बताया कि बड़े भाई की याद में प्रतिवर्ष 30 अगस्त को वह शहीद मेले का आयोजन करते हैं, जिससे कि लोग राम समुझ को याद कर सके और युवा पीढ़ी को सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का प्रेरणा मिले. उन्होंने बताया कि राम समुझ यादव से प्रेरणा लेकर उनके परिवार के कई युवक सेवा में भर्ती हुए हैं. 
6/7
आजमगढ़ में कारगिल शहीद दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सूबेदार मेजर के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने शहीद रामसमुझ यादव की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सभी कैडेट्स को रामसमुझ यादव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
आजमगढ़ में कारगिल शहीद दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सूबेदार मेजर के नेतृत्व में एनसीसी कैडेट्स ने शहीद रामसमुझ यादव की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सभी कैडेट्स को रामसमुझ यादव के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई.
7/7
कारगिल शहीद दिवस पर बच्चों ने चार्ट बनाए थे जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया गया शहीद के परिवार को भी सम्मानित किया गया.
कारगिल शहीद दिवस पर बच्चों ने चार्ट बनाए थे जिसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया गया शहीद के परिवार को भी सम्मानित किया गया.

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड फोटो गैलरी

और देखें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
हड्डियां टूटीं, फेफड़े-कान और पेट में ब्लास्ट का असर, दिल्ली धमाके में मरने वालों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की खौफनाक बातें 
हड्डियां टूटीं, फेफड़े-कान और पेट में ब्लास्ट का असर, दिल्ली धमाके में मरने वालों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की खौफनाक बातें 
Delhi Car Blast: पुलिस ने ऐसा क्या लिखा? पैनिक में आ गया उमर, कुछ ही देर में हो गया दिल्ली में बड़ा धमाका
पुलिस ने ऐसा क्या लिखा? पैनिक में आ गया उमर, कुछ ही देर में हो गया दिल्ली में बड़ा धमाका
भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5 साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज कौन, इस खिलाड़ी ने की गेंदबाजों की सबसे ज्यादा धुनाई
भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5 साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज कौन, इस खिलाड़ी ने की गेंदबाजों की सबसे ज्यादा धुनाई
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Delhi Red Fort Blast: 40 घंटे पहले जहां हुआ था विस्फोटक ब्लास्ट, ग्राउंड पर देखिए अब क्या है हाल?
Delhi Red Fort Blast: हड़बड़ाहट में किया गया था लाल किले के पास धमाका? सनसनीखेज खुलासा! | Breaking
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा ब्लास्ट, कहां से पंहुचा इतना विस्फोटक? | Breaking
Delhi Red Fort Blast: दिल्ली धमाके के बाद महाराष्ट्र ATS की कार्रवाई...इब्राहिम आबिदी के घर पर छापा
Breaking: डॉक्टरों की निगरानी में अभिनेता गोविंदा, जुहू स्थित क्रिटिकेयर अस्पताल में कराया गया भर्ती

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत
हड्डियां टूटीं, फेफड़े-कान और पेट में ब्लास्ट का असर, दिल्ली धमाके में मरने वालों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की खौफनाक बातें 
हड्डियां टूटीं, फेफड़े-कान और पेट में ब्लास्ट का असर, दिल्ली धमाके में मरने वालों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट की खौफनाक बातें 
Delhi Car Blast: पुलिस ने ऐसा क्या लिखा? पैनिक में आ गया उमर, कुछ ही देर में हो गया दिल्ली में बड़ा धमाका
पुलिस ने ऐसा क्या लिखा? पैनिक में आ गया उमर, कुछ ही देर में हो गया दिल्ली में बड़ा धमाका
भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5 साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज कौन, इस खिलाड़ी ने की गेंदबाजों की सबसे ज्यादा धुनाई
भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले 5 साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज कौन, इस खिलाड़ी ने की गेंदबाजों की सबसे ज्यादा धुनाई
डिस्चार्ज होकर धर्मेद्र पहुंचे घर, बेहोशी के बाद गोविंदा एडमिट, बॉलीवुड में पसरा सन्नाटा, सारे इवेंट रद्द
डिस्चार्ज होकर धर्मेद्र पहुंचे घर, बेहोशी के बाद गोविंदा एडमिट, बॉलीवुड में पसरा सन्नाटा
Special Feature: ऐश्वर्या राय सरकार, स्टाइल और संस्कृति का संगम
ऐश्वर्या राय सरकार: स्टाइल और संस्कृति का संगम
शरीर को कब होती है वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत? वॉर्निंग सिग्नल से लेकर रिस्क और रिकवरी तक जानें हर बात
शरीर को कब होती है वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत? वॉर्निंग सिग्नल से लेकर रिस्क और रिकवरी तक जानें हर बात
Hanimaadhoo Airport: मालदीव में शुरू हुआ भारत की मदद से बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, क्या इंडिया को मिलेगा इसका किराया?
मालदीव में शुरू हुआ भारत की मदद से बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, क्या इंडिया को मिलेगा इसका किराया?
Embed widget