Makar Sankranti 2022: हरिद्वार में मकर संक्रांति के स्नान पर रोक का दिखा असर, खाली नजर आए गंगा घाट
Makar Sankranti 2022: उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए प्रशासन ने मकर संक्रांति के स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसका असर भी देखने को मिला. हरिद्वार में गंगा घाट एक दम खाली दिखाई दिए.
कुंभ मेले से सबक लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस साल मकर संक्रांति के मौके पर हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा स्नान पर पहले से ही प्रतिबंध लगा दिया था.
प्रशासन के आदेश का असर भी देखने को मिला. हरिद्वार में हर की पैड़ी और गंगा घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिखाई दिया.
मकर संक्रांति पर पवित्र नदियों में स्नान और दान को शुभ माना जाता हैं. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इससे श्रद्धालुओं को पुण्य मिलता है, जिसकी वजह हर साल लाखों श्रद्धालु यहां गंगा में डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं. लेकिन इस बार का नजारा एकदम अलग था.
प्रशासन ने रात से ही इसकी तैयारी तेज कर दी थी. पूरे इलाके पर प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम दिखाई दिया.
प्रशासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक मकर संक्रांति के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड के बॉर्डर से वापस किया जा रहा है और प्रशासन के आदेश से अवगत कराया जा रहा है.
हरिद्वार के CO सिटी शेखर सुयाल ने कहा, ''सरकार ने कोविड दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसको हम लागू करा रहे हैं. हम लोगों को उन घाटों पर भेज रहे हैं जहां भीड़ को कोविड दिशा-निर्देशों के साथ अच्छे से संभाला जा सकता है. जो लोग दूसरे राज्यों से स्नान करने आ रहे हैं उनको मना कर वापस भेज रहे है.''