Group Captain Varun Singh Death: फैमिली और दोस्तों के बहुत करीब थे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह , हर छुट्टियों में आते थे गांव
Helicopter Crash: कुछ दिन पहले तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में इकलौते जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह का भी आज देहांत हो गया है. जिसके बाद पूरे देश की आंखे एक बार फिर से नम हो गई है. वरुण सिंह अपने साहस और पराक्रम के लिए हमेशा से ही चर्चा में रहे हैं. आज हम इस रिपोर्ट में आपको उनकी रियल लाइफ से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं.....
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह मूल रूप से यूपी के देवरिया जिले के रुद्रपुर इलाके के कनौहली गांव के रहने वाले हैं. हालांकि उनके माता-पिता भोपाल में रहते हैं, लेकिन उनके चाचा और दूसरे परिवारवाले यूपी में ही रहते हैं.
घरवाले बताते हैं कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को गांव आना बहुत पसंद है. वो चाहे ड्यूटी पर कहीं भी तैनात रहे हों, लेकिन यूपी के देवरिया में अपने गांव आना और लोगों से मिलना वो कभी भी नहीं भूलते.
बता दें कि ग्रुप कैप्टन पिछली बार सुर्खियों में तब आए थे, जब इसी साल अगस्त महीने में स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था. पिछले साल उड़ान के दौरान विमान में आई तकनीकी खराबी के बाद इसे साहस के साथ संभालने के लिए उन्हें शौर्य चक्र दिया गया. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गजब का कौशल दिखाते हुए लड़ाकू विमान तेजस को सुरक्षित लैंड कराया था.
आपको बता दें कि इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह समेत 13 लोगों की जान चली गई है.