राजस्थान की सभी 25 सीटों का हाल, कहां ज्यादा कहां कम वोटिंग? मैदान में ये VIP नेता
अगर पहले चरण की सभी 12 सीटों की बात करें तो अलवर में 60.07, भरतपुर में 52.80, बीकानेर में 54.11, चूरू में 63.61, दौसा में 55.72 और गंगानगर में 66.59 फीसदी मतदान हुआ.
इसके अलावा, जयपुर में 63.68, जयपुर रूरल में 56.70, झुंझुनू में 52.93, करौली-धौलपुर में 49.59, नागौर में 57.23 और सीकर में 57.53 प्रतिशत वोट डाले गए.
कांग्रेस उम्मीदवार वैभव गहलोत की जालौर सीट पर मदतान दूसरे चरण में हुआ. इस फेज में कुल 13 सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हुआ.
दूसरे चरण में सबसे ज्यादा मतदान बाड़मेर में हुआ, जहां का कुल वोटर टर्नआउट 75.93 फीसदी रहा. वहीं, सबसे कम मतदान टोंक-सवाई माधोपुर में हुआ, जहां 56.58 फीसदी वोटिंग हुई.
इसके अलावा, जालौर में 62.89, झालावाड़-बारां में 69.71, जोधपुर में 64.27, कोटा में 71.26, पाली में 57.19, राजसमंद में 58.39, टोंक- सवाई माधोपुर में 56.58 और उदयपुर में 66.66 फीसदी वोटिंग हुई.
कुल मिलाकर बात की जाए तो दोनों चरण मिला कर सबसे ज्यादा वोटर टर्नाउट वाली सीट बाड़मेर रही, जहां 75.93 फीसदी जनता ने वोट किया. वहीं, सबसे कम वोट करौली-धौलपुर में पड़े जिसका मतदान प्रतिशत केवल 49.59 फीसदी रहा.
इस बार साल 2019 के मुकाबले मतदान प्रतिशत कम देखने को मिला. 2019 में इन क्षेत्रों में 68.42 प्रतिशत मतदान हुआ था. हालांकि, कोटा और बाड़मेर में 2019 के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ा है. 2019 में कोटा में 70.22 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि इस बार यह 71.42 प्रतिशत है. वहीं बाड़मेर में 2019 में 73.3 प्रतिशत वोट पड़े थे, मगर इस बार आंकड़ा 74.25 प्रतिशत पहुंच गया है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक, प्रदेश में 3,28,515 अधिकारियों और कर्मचारियों ने मतदान कराया. इसके लिए 1,59,449 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई, जिनमें राजस्थान पुलिस के साथ-साथ, होमगार्ड, फॉरेस्ट गार्ड और आरएसी जवान शामिल थे.