✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

Basant Panchami: दुनिया में अनूठा है राजस्थान का यह सरस्वती मंदिर, जानें इस शारदापीठ में क्या है खास?

सुमित सारस्वत, अजमेर   |  26 Jan 2023 03:07 PM (IST)
1

हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी पर्व (Basant Panchami Festival) मनाया जाता है.आज पूरी दुनिया में विद्या, कला, स्वर और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है. सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर चारों ओर उत्साह, उमंग और उल्लास छाया है.देश-दुनिया में देवी सरस्वती (Goddess Saraswati) के चुनिंदा मंदिर हैं. इनमें एक खास और अनूठा मंदिर राजस्थान (Rajasthan) में है. सभी तस्वीरें सुमित सारस्वत की हैं.

2

हम बात कर रहे हैं शेखावाटी क्षेत्र के झुंझुनू (Jhunjhunu) जिले में पिलानी में स्थित बिड़ला प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान परिसर के शारदापीठ (Shardapeeth) की. बिट्स कैंपस में राजसी सफेद संगमरमर से इस खास मंदिर का निर्माण बिड़ला परिवार ने करवाया है.

3

शारदापीठ का निर्माण वर्ष 1956 में शुरू हुआ था.तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रणेता महामना मदन मोहन मालवीय ने इसका शिलान्यास किया था.मंदिर खजुराहो के कंदारिया महादेव मंदिर की शैली पर बना है.300 से अधिक श्रमिकों और शिल्पकारों की मदद से करीब 4 साल बाद 1960 में यह भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ.उस वक्त मंदिर निर्माण पर करीब 23 लाख रुपए खर्च हुए.25 हजार वर्ग फीट में बना यह मंदिर 70 स्तंभों पर खड़ा है.इसके पांच अलग-अलग खंड हैं, गर्भगृह, प्रदक्षिणापथ, अंतराला, मंडपम और अर्ध मंडपम.यह पूरी संरचना सात फीट ऊंचे बेसमेंट पर बनी है.पूरे मंदिर में राजस्थान के मकराना का सफेद संगमरमर लगा है.

4

इस मंदिर की खास बात यह है कि इस मंदिर में सुबह-शाम आरती के वक्त या अन्य किसी समय घंटी या अन्य कोई वाद्ययंत्र नहीं बजाया जाता है,ताकि यहां ध्यान मुद्रा में बैठे साधक और मेडिटेशन कर रहे अन्य लोगों को डिस्टर्ब न हो.

5

मंदिर के मुख्य गर्भगृह में मां शारदे की खड़ी मुद्रा में मन मोह लेने वाली मूर्ति स्थापित है.सरस्वती के हाथ में वेद शास्त्र और वीणा है.यह मूर्ति कोलकाता से बनवाई गई थी.गर्भगृह के ऊपर का शिखर 110 फीट ऊंचा है.मंदिर के सभी शिखरों पर सोने से सुसज्जित तांबे से बने मुकुट समान कलश स्थापित है.शारदापीठ की सबसे अनूठी विशेषता यह है कि यहां स्तंभों और दीवारों पर देवी-देवताओं के साथ विशिष्ट वैज्ञानिकों, संतों, दार्शनिकों, राजनेताओं और महापुरुषों की पत्थर से प्रतिमाएं उकेरी गई हैं.इनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महान गणितज्ञ आर्यभट्‌ट, होमी जहांगीर भाभा समेत करीब 1267 प्रतिमाएं हैं.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • राजस्थान
  • Basant Panchami: दुनिया में अनूठा है राजस्थान का यह सरस्वती मंदिर, जानें इस शारदापीठ में क्या है खास?
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.