In Pics: लंपी वायरस से निपटने के लिए भरतपुर में गौशालाओं का सर्वे, गायों का किया जा रहा वैक्सीनेशन
राजस्थान सहित देश के लगभग 12 राज्यों में लंपी वायरस फैल रहा है. लंपी वायरस द्वारा पश्चिम राजस्थान में गायों पर अपना असर दिखाने के बाद अब लगता है कि अब पूर्वी राजस्थान में भी कहर बरपा रहा है राज्य का पूर्वी सिंह द्वार कहा जाने वाला भरतपुर जिला अब लंपी की चपेट आ गया है. यहां पशुपालन विभाग द्वारा टीमें बनाकर घर-घर सर्वे कर रहे है और गौशालाओं में भी जाकर गौवंश को चैक कर रहे हैं कि किसी गौवंश में लंपी वायरस के लक्षण तो नहीं हैं. फैलते लंपी स्किन डिजीज संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन एवं जिला पशुपालन विभाग द्वारा गौवंश पर निरन्तर निगरानी रखी जा रही है.
पशुपालन विभाग द्वारा घर-घर जाकर गौवंश के टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है. टीकाकरण करने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा कई टीमें बनाई हैं, जो गौशाला और पशुपालक के गौवंश को गांव-गांव जाकर टीकाकरण करेंगी. इसके साथ ही विभाग द्वारा गौशालाओं में सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे कराया जा रहा है. जिससे लंपी वायरस को अन्य गौवंश में फैलने से रोका जा सके.
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया कि भरतपुर जिले में पंजीकृत 16 गौशाला में से 12 गौशाला में 11 हजार 134 पशुओं का टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर दिया गया है. इसके साथ ही गौशाला में नियमित सर्वे कार्य किया जा रहा है. साथ ही सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे कराया जा रहा है. संयुक्त निदेशक ने बताया की जिले में 58 हजार 899 गौवंशों का भी टीकाकरण किया गया है जिसमें 47 हजार 765 निजी गौवंशों टीकाकरण किया गया है.
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया कि संक्रमण के संबंध में सूचना इकट्टा करने और तुरंत एक्शन लेने के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा. इसका फोन नंबर 05644-224375 है. उन्होंने बताया कि जिले की 12 पंचायत समिति के 933 गांवों में सर्वे के दौरान 5 हजार 508 पशु संक्रमित पाए गए, जिनमें से 4 हजार 378 गौवंश उपचाराधीन हैं, जबकि 961 गौवंश उपचार के पश्चात संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं.
कोरोना महामारी के चलते सन 2020 और 2021 के मेले को भी निरस्त कर दिए गए थे. वहीं इस बार भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने लंपी वायरस के खतरे को देखते हुये पशु मेले और पशु हाट पर आगामी आदेशों तक रोक लगा दी है. इसलिए भरतपुर में भी लगने वाली जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेले को भी लंपी वायरस के कारण निरस्त किया गया है. राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने विधायक निधि से 20 लाख रूपये देने की बात कई है. वहीं मंत्री भजन लाल जाटव और डॉ. सुभाष गर्ग ने भी 10-10 लाख रुपये विधायक कोटे से लंपी वायरस की रोकथाम के लिए विधायक कोटे से दिए हैं.