In Pics: कोटा संभाग में हुई झमाझम बारिश से कई इलाके हुए जलमग्न, कई गांवों का संपर्क टूटा
राजस्थान के कोटा संभाग में पिछले दो दिन से हो रही बरसात से हर तरफ पानी ही पानी हो गया. शहर हो या गांव सभी जगह परेशानियां खड़ी हो गई हैं. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश पिछले 24 घंटे में कोटा में ही हुई है. कोटा में पिछले 24 घंटे में शनिवार सुबह तक कोटा लाडपुरा क्षेत्र में 130 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा कोटा ग्रामीण के मंडाना में 58, रामगंज मंडी में 57, दीगोद में 50, सांगोद में 46, सुल्तानपुर में 42, पीपल्दा में 32 मिमी बारिश हुई.
पूरे प्रदेश भर में बारिश के रिकॉर्ड को देखें तो 24 घंटे में सबसे ज्यादा पानी कोटा लाडपुरा में बरसा. नदी नालों में पानी की आवक से लोगों का एक गांव से दूसरे गांव में सम्पर्क कट गया. लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र के किशनपुरा तकिया ग्राम पंचायत के नोटाणा गांव को जोड़ने वाली पुलिया बारिश के चलते टूट गई.
सांगोद में भी बन सकते हैं बाढ़ के हालात: झालावाड़ जिले में भीम सागर बांध में पानी का लेवल लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में उजाड़ नदी में पानी छोड़ा जा सकता है. जिसके चलते कोटा जिले के सांगोद इलाके में नदी के किनारे के इलाकों में जलभराव की क्षमता बढ़ेगी. इसको लेकर एहतियातन सूचना भी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि उजाड़ नदी के किनारे के इलाकों में बहाव तेज होगा. ऐसे में ग्रामीण और आमजन दूरी बना कर रहें.
कोटा संभाग में लगातार हो रही बरसात से बैराज का जल स्तर बढ गया है, जिस कारण तीन गेटों को खोलकर 15 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है, इस नजारे को देखने के लिए वहां लोगों की भीड लग गई. मारवाड़ा चौकी के बाद अब दरबीजी नाले में उफान आना हुआ शुरू हो गया है. इसके साथ ही सुल्तानपुर से भोरा सड़क मार्ग भी हो अवरुद्ध हो गया है.
कोटा शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. लगातार जारी बारिश से नदी, नाले उफने हुए हैं. चम्बल, पार्वती व कालीसिंध नदियों के साथ सहायक नदियां भी उफान पर हैं. खातोली पार्वती पुल पर 3 फिट से अधिक पानी होने से राजस्थान से मध्यप्रदेश का 15 घण्टे से सम्पर्क कटा हुआ है. वहीं कोटा - ग्वालियर मार्ग बंद होने से दोनो छोर पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई हैं. चम्बल नदी में झरेर पुल पर 10 फिट पानी है तो बारां - मथुरा सवाईमाधोपुर मार्ग बाधित हो गया है. कालीसिंध नदी में भी तेजी से पानी की आवक हो रही है. प्रशासन ने क्षेत्र व मध्यप्रदेश में लगातार बारिश के चलते नदियों से दूर रहने की अपील की है.