Rajasthan Election 2023: राजस्थान में 199 सीटों पर वोटिंग, उदयपुर में दुल्हन की तरह सजाए गए मतदान केंद्र, देखें तस्वीरें
राजस्थान में लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव शनिवार (25 नवंबर) विधानसभा चुनाव के मतदान के रुप में मनाया जाएगा. प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों पर कुल 5.26 करोड़ मतदाता हैं. हालांकि एक प्रत्याशी की मौत के बाद 199 सीटों पर ही मतदान होगा.
शनिवार (25 नवंबर) को होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदाता ये तय करेंगे कि आगामी पांच साल तक राजस्थान में किसकी सरकार बनेगी. इसके लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से कई दिनों निष्पक्ष और शांतिपूर्व मतदान के लिए सुरक्षा के मोर्चे के साथ मतदाताओं को बूथ तक लाने के लिए जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं.
इस दौरान अगले पांच साल तक राजस्थान का भविष्य तक तय वाली सरकार चुनने के लिए मतदाता जिस मतदान केंद्र पर पहुंचेंगे, निर्वाचन आयोग ने उसे भी दुल्हन की तरह सजाया है. विधानसभा आम चुनाव को उत्सवी रंगत देने के लिए इस बार सखी, यूथ, दिव्यांग, ग्रीन और थीम बेस मतदान केंद्रों की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया गया है. जिससे हर श्रेणी का मतदाता निर्वाचन प्रक्रिया से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हुए मतदान में सहभागिता निभाए.
उदयपुर जिला निर्वाचन अधिकारी अरविन्द पोसवाल ने बताया कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए महिलाओं की निर्वाचन में भागीदारी महत्वपूर्ण है. इसके लिए निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हर विधानसभा क्षेत्र में 8-8 सखी बूथ स्थापित किए गए हैं. इन बूथों पर नियोजित मतदान दलों में महिलाएं शामिल हैं.
सखी बूथों को पिंक थीम से सजा गया हैं. जिले में कई स्थानों पर सखी बूथों में स्वागत द्वार, सेल्फी पॉइंट आदि लगाकर उन्हें आकर्षक रूप से सजाया है. इस प्रकार की सजावट सभी 8 के आठों बूथ पर की गई है, जिससे उन्हें आकर्षित किया जा सके और पोलिंग बूथ पर लाया जा सके.
इसी प्रकार 8-8 युवा बूथ भी बनाए गए हैं. वहां नियोजित मतदान दल के कार्मिक 40 साल से कम आयु के युवा हैं. इसका उद्देश्य युवाओं को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ना है.
इसी प्रकार दिव्यांग की मतदान में सहभागिता बढ़ाने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक विशेष दिव्यांग बूथ भी स्थापित किया है. इन बूथ पर भी निर्वाचन प्रक्रिया संपादित कराने वाले दल में यथासंभव दिव्यांग कार्मिक ही शामिल किए गए हैं. इसके अलावा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वहां के पर्यटन स्थल, दर्शनीय स्थल, स्थापत्य कला-संस्कृति पर आधारित विशिष्ठ मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं.
इसमें बूथ पर संबंधित क्षेत्र के विशिष्ट स्थल, कला और लोक संस्कृति को प्रदर्शित किया है. सेल्फी पॉइंट भी स्थापित किए हैं. वहीं हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक ग्रीन बूथ भी स्थापित किया है. इन सभी बूथों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं, वहीं आकर्षक ढंग से सजावट भी की गई है.
निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रदेश 5.61 लाख लोगों को योग्य मतदाता के रुप में पंजीकृत किया है. निर्वाचन आयोग की ओर से वोटर लिस्ट में रजिस्टर्ड इन मतदाताओं को चुनाव के समय डाक मतपत्र के जरिये वोट देने की सुविधा प्रदान की जाएगी. प्रदेश में इस बार 17241 मतदाताओं की उम्र 100 साल से अधिक है.