Kota: लोकसभा स्पीकर बनने के बाद पहली बार कोटा पहुंचे ओम बिरला, 16 घंटे तक चला स्वागत का सिलसिला
स्वागत यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई. कई संस्थाएं आगे आईं और अपने-अपने स्तर पर स्वागत किया. हिंडौली विधानसभा से शुरू हुआ स्वागत शक्ति नगर उनके निवास पर पहुंचने के बाद सम्पन्न हुआ. करीब 16 घंटे लगातार चले स्वागत के कार्यक्रम में 80 किलोमीटर तक 5 विधानसभा क्षेत्र को कवर किया गया.
इस दौरान 10 हजार कचोरी और 10 हजार आलूबडे बनाए गए जो आमजन में वितरित किए गए. इसके साथ ही लड्डू बांटे गए, मिठाइयां बंटती रहीं. लोगों को कई प्रकार के व्यंजनों का स्वाद भी स्वागत यात्रा में देखने को मिला. पुराने कोटा शहर रामपुरा में बिरला का जबरदस्त स्वागत किया गया.
कोटा के नयापुरा स्वामी विवेकानंद चौराहे पर नजारा देखने लायक था, यहां शाम 6 बजे से आतिशबाजी शुरू की गई. जो रात 10 बजे जब बिरला इस चौराहे पर पहुंचे जब तक चलती रही,
बड़ी संख्या में लोग ओम बिरला की अगवानी के लिए जमा थे. माहौल में कहीं नगाड़ों की धमक और जयकारों की आवाज थी तो कहीं मंत्रोच्चार की स्वर लहरियां थीं.
कैथूनीपोल में स्पीकर बिरला अपने पैतृक निवास बिरला भवन भी पहुंचे. यहां परिवार के सदस्य उनका इंतजार कर रहा थे. लेकिन बिरला की आंखें निरंतर मां शकुंतला देवी और पिता श्रीकृष्ण बिरला की तस्वीरों पर अटकी हुई थीं.
शकुंतला देवी की मृत्यु तो काफी समय पहले हो चुकी है लेकिन पिछली बार लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद जब बिरला यहां पहुंचे तो उन्हें पिता श्रीकृष्ण बिरला का आशीर्वाद मिला था. बिरला पिता के उस स्नेह और आशीष को याद कर भावुक हो गए.
ओम बिरला को कोटा में अनोखे तरीके से स्वागत किया गया. यहां लोगों ने उन्हें बुलडोजर से सलामी देते नजर आए.