In Pics: सीकर में पारा जमाव बिन्दु के नीचे ठिठका, बर्फ बनीं ओस की बूंदें, देखें तस्वीरें
राजस्थान का सीकर जिला सर्दी से कांप रहा है.हालत यह है कि फतेहपुर कस्बे के ग्रामीण इलाकों में खेतों में ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो गईं.पेड़ों और खेतों पर लगी बाड़ पर ओंस की बूंदें जम गईं. ओस की जमी हुई बूंदे देखने में कांच के झूमर की तरह दिखाई दीं.आइए तस्वीरों में देखते हैं कि जमी हुई ओस की बूंदें किस तरह नजर आ रही है. सीकर से इन तस्वीरों को भेजा है गोविंद बुटोलिया ने.
फतेहपुर कृषि अनुसधान केंद्र पर मंगलवार सवेरे का न्यूनतम तापमान माइनस माइनस 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
सीकर जिले में लगातार चौथे दिन पारा माइनस में दर्ज किया गया.इस वजह से यहां खेतों में बर्फ की चादर बिछ गई.
सीकर में पारा जमाव बिन्दु के नीचे जाकर ठिठका है.पारे ने हर तरफ बर्फ ही बर्फ जमा दी है. मैदानों और खेतों में फसलों पर बर्फ जम गई. जनवरी आधा बीत जाने के बाद भी लगातार चार दिनों तक तापमान जमावबिन्दु के नीचे रहने का रेकॉर्ड बन रहा है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के जयपुर केंद्र ने पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार तक सीकर में शीत लहर चलेगी. वहां आज पाला पड़ने की भी आशंका जताई गई है.सोमवार को सीकर में तापमान माइनस 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम के जानकारों के मुताबिक राजस्थान में अगर ये सिस्टम एक्टिव होता है तो इससे राजस्थान के कई हिस्सों में 23-24 जनवरी को मावठ हो सकती है. इस सिस्टम का असर 25-26 जनवरी तक रहने की उम्मीद है. 26 जनवरी से राजस्थान में मौसम साफ होने लगेगा.
तापमान में आई गिरावट को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के जयपुर केंद्र ने सीकर के लिए 17 जनवरी तक के लिए ऑरेज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने बुधवार को भी पाला पड़ने की आशंका जताई है. पाला फसलों के लिए काफी खतरनाक माना जाता है. इससे गेहं, आलू और सरसों की फसलों को काफी नुकसान हो सकता है.