IAS Pooja Khedkar: कौन हैं आईएएस पूजा खेडकर? पिता की कमाई करोड़ों, सर्टिफिकेट पर उठे सवाल
पूजा इसलिए IAS बन गईं क्योंकि उन्होंने कई तरह की दिव्यांगता का दावा किया था.
इससे पहले 2019 में यूपीएससी परीक्षा देते समय ऐसा कोई दावा नहीं किया गया था. दिलचस्प बात यह है कि 'कैट' द्वारा पूजा खेडकर के दावे को खारिज करने के बाद भी उन्हें आईएएस के लिए चुना गया था. उन्हें ऑल इंडिया में 821 रैंक मिली थी.
2019 में जनरल कैंडिडेट के तौर पर पूजा खेडेकर ने यूपीएससी परीक्षा तो पास कर ली, लेकिन कम नंबर आने के कारण उन्हें आईएएस रैंक नहीं मिल पाई.फिर पूजा ने 2022 में यूपीएससी को यह दावा करते हुए प्रमाणपत्र सौंपा कि वह शारीरिक रूप से अक्षम हैं.
बेंचमार्क विकलांग व्यक्ति यूपीएससी परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए एक अलग श्रेणी उपलब्ध है जिसमें शारीरिक विकलांगता की एक सीमा है. इससे प्रकार 1, 2, 3, 4 और 5 निर्धारित किए गए. पूजा खेडकर ने दावा किया कि इनमें से सबसे कम विकलांगता टाइप पांच की है. इस वजह से 821वीं रैंक पाने के बावजूद उन्हें आईएएस की रैंक मिली.
पूजा खेडकर ने अपनी आय के बारे में बताया है कि उनके पास पुणे जिले में चार स्थानों और अहमदनगर जिले में तीन स्थानों पर जमीन है.
उन्होंने बताया कि इन संपत्तियों की कुल कीमत 1 करोड़ 93 लाख रुपये है और पूजा को इससे 42 लाख रुपये की आय हो रही है. पिता की आय 40 करोड़ रुपये है. ऐसे में ओबीसी वर्ग में छूट पाने के लिए आवश्यक आठ लाख रुपये की आय सीमा वाला प्रमाणपत्र कैसे मिल गया?
ऐसे में पूजा खेडकर की नियुक्ति को लेकर संदेह बढ़ता जा रहा है.